वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- करनाल के गांव कमालपुर निवासी 5 वर्षीय जश की हत्या की आरोपी उसकी चाची अंजलि जेल में इतनी परेशान हो गई है कि छठे दिन ही उसे कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में लाना पड़ा, जहां पर उसका मनोरोग विशेषज्ञ से इलाज करवाया गया। करीब 35 मिनट मनोरोग चिकित्सक के पास जांच के बाद ढाई महीने की गर्भवती अंजलि को गायनोलॉजिस्ट के पास लेकर जाया गया। जेल से आए सब इंस्पेक्टर शाम लाल ने बताया कि अंजलि की तबियत ठीक नहीं है। इसी कारण डॉक्टर के पास लेकर आए हैं।
5 अप्रैल की दोपहर में मां से पैसे लेकर खाने की चीज खरीदने निकला जश अचानक लापता हो गया था। बच्चे के लापता होने के बाद सबसे पहले एक बाबा पर शक जताया गया। गांव में घूम रहे इस बाबा का थैला काफी बड़ा था। सीसीटीवी फुटेज में थैले का फुलाव और बाबा की तेज चाल देखकर सबको उसी पर शक हुआ। इंद्री पुलिस उसी शाम को बाबा को हिरासत में लेकर थाने ले गई और पूछताछ की। दूसरी तरफ बाबा से जश का सुराग नहीं लगने पर परिवार ने करनाल में नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया था।

5 साल के बच्चे के लापता होने से जुड़े मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी एक्टिव हो गए। डीएसपी विजय देशवाल ने जाम लगा रहे लोगों को समझा-बुझाकर रास्ता खुलवाया और ग्रामीणों को पुलिस की मदद करने के लिए राजी किया। रात में ही पुलिस ने कलामपुरा गांव की नाकाबंदी करके हर घर की तलाशी लेने का अभियान शुरू किया। कई घंटे के सर्च अभियान के बाद जब 8-10 घर बच गए तो पुलिस ने तय किया कि उनकी तलाशी अगले दिन सुबह ली जाएगी।
अगले दिन यानि 6 अप्रैल की सुबह साढ़े 5 बजे जब गांव में ही रहने वाली कौशल्या अपने पशुओं को चारा डाल रही थी तो उसे अपने पशुओं वाले बाड़े की छत पर कुछ गिरने की आवाज सुनाई दी। कौशल्या के घर के साथ जश के ताऊ राजेश का मकान लगता है। जब उसने इस बारे में राजेश की मां और पत्नी से पूछा तो दोनों ने बताया कि छत पर जश पड़ा है। एएसपी हिमांद्री कौशिक फॉरेंसिंक और अन्य टीमों के साथ मौके पर पहुंची। जश की बॉडी पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दी गई थी। जांच आगे बढ़ी और 9 अप्रैल को जश की चाची अंजलि हत्या के आरोप में गिरफ्तार की गई, जिसे कोर्ट से पहले 3 दिन और इसके बाद 2 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया। रिमांड के दौरान अंजलि ने हत्या करने की वारदात को कबूल किया और हत्या के पीछे मंशा व कारणों को हवाला नहीं दिया। बताया कि जश उसके बैड पर खेल रहा था। इस दौरान CID में हत्या का सीन देखकर जश का मोबाइल चार्जर की तार से गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को बैड में छिपाया और बाद में चुपके से बैग में डालकर राजेश छत पर रख आई। 5 दिन के रिमांड पर पुलिस के सामने हत्या के कोई कारण सामने नहीं आए। सामने अंजलि को मानसिक रूप से बीमार होना पाया गया।

वहीं पूरी घटना में 13 अप्रैल को राजेश की पत्नी धनवंती और माता सौरनदे को गिरफ्तार किया गया। जांच में पाया गया कि दोनों ने जश के शव को अपने घर की छत से कौशल्या की टीन पर डालते हुए शव को खुदबुर्द करने काम किया। साथ ही पुलिस से तथ्यों को छिपाया। एक दिन के पुलिस रिमांड पर विस्तृत जांच की। 15 अप्रैल को अंजलि, धनवंती और सौरनदे को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
TEAM VOICE OF PANIPAT