वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- भारत में नवरात्रि का पर्व बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है.. शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हर साल आश्विन मास की शुक्ल पत्र की प्रतिपदा तिथि से होती है.. साल में 2 प्रमुख नवरात्रि आती है.. एक चैत्र नवरात्रि दूसरी शारदीय नवरात्रि.. इसके अलावा साल में 2 गुप्त नवरात्रि भी आती हैं.. मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान माता रानी 9 दिनों के लिए धरती पर आती हैं.. नवरात्रि के पवित्र अवधि में माता के 9 स्वरूपों की पूजा करने से मां दुर्गा की विशेष कृपा मिलती है.. साथ ही धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है.. तो आइए जानते हैं, शारदीय नवरात्रि कब से शुरू होगी और नवरात्रि कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त के बारे में…
*जानिए कलश स्थापना का मुहूर्त*
इस साल नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है.. तो कलश स्थापना भी इस दिन ही होगी.. इस दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 15 मिनट से लेकर 7 बजकर 22 मीनट तक रहेगा.. वहीं अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक रहने वाला है..
*नवरात्रि में कलश स्थापना का महत्व*
हिंदू धर्म में घट स्थापना का विशेष महत्व माना जाता है..नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है और मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है.. मान्यता है कि घर में कलश स्थापना करने और मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा करने से मन की हर मनोकामना पूरी होती है और माता रानी के आशीर्वाद से शुभ फलों की प्राप्ति होती है..
TEAM VOICE OF PANIPAT