वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- पानीपत के गांव डाहर स्थित हरिजन बस्ती में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गई। ग्रामीणों में जिला प्रशासन और बिजली विभाग के खिलाफ रोष है। ग्रामीणों ने कहा कि हर साल हाईटेंशन तार की चपेट में आने से हादसे हो रहे हैं, कभी इंसान तो कभी पशुओं की जान जा रही है। वे पिछले तीन साल में बिजली की लाइन हटाने के लिए उपायुक्त और बिजली निगम को दर्जनों पत्र लिख चुके हैं, लेकिन सुध नहीं ली गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में एक हैचरी है, जो अपनी निजी बिजली लाइन हैचरी तक लेकर गया है। यह बिजली की लाइन गांव होकर गुजर रही है। इस लाइन को हटाने के लिए ग्रामीण लगातार मांग करते आ रहे हैं, लेकिन बिजली विभाग सुनवाई नहीं करता है। ग्रामीणों ने हैचरी मालिक, जिला प्रशासन और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और थाना इसराना में बिजली विभाग के खिलाफ शिकायत दी है।
गौरतलब है कि दशहरा पर गांव डाहर की हरिजन बस्ती में खिलौनों की स्टॉल लगाते समय सुबह साढ़े सात बजे गांव निवासी कीमती लाल 25 साल का और धर्मबीर 30 साल का है जिनकी मौत हो गई। वहीं राजबीर, अरुण और चांद गंभीर रूप से झुलस गए हैं। इनका निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। ऑटो यूनियन के प्रधान गांव डाहर निवासी नरेश कुमार ने बताया कि गांव बुड़शाम में एक हैचरी है, जिसके मालिक की गांव डाहर के पावर हाउस से लेकर बुड़शाम तक 11 हजार वोल्टेज की निजी हाईटेंशन लाइन है, जो हरिजन बस्ती से होकर गुजरती है, शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ग्रामीण अनिल ने बताया कि हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर पहले भी एक युवक और दो भैंसों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद से वह लगातार जिला उपायुक्त और बिजली निगम के एसडीओ को शिकायत पत्र देकर लाइन को हटवाने की अपील कर रहे थे। गांव डाहर निवासी श्रवण ने बताया कि 10 फुट पर हाइटेंशन तार गुजर रही है। कई बार बड़े वाहन इस तार से छू जाते हैं और कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई, अब ग्रामीण जल्द बड़ा फैसला लेंगे।
मृतक कीमती लाल के पिता ओमप्रकाश ने इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि गांव के बीचों बीच 11 हजार वोल्टेज की तार गुजर रही है, जो डाहर से बुडशाम गांव स्थित हैचरी में गई है। यह लाइन काफी नीचे है, जिसको हटाने के लिए ग्रामीण बिजली विभाग को काफी बार पत्र लिख चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
TEAM VOICE OF PANIPAT