वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा) :- पानीपत में दो दिन पहले ही 19 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने लाल पैथ लैब के एरिया मैनेजर और एक निजी अस्पताल के मेडिकल स्टोर संचालक को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा है। आरोपित 5400 रुपए के इंजेक्शन को 20 हजार रुपए में बेचते थे और अब तक 12 इजेक्शन बेच चुके हैं। पुलिस ने मॉडल टाउन थाने में दोनों आरोपितो के खिलाफ केस दर्ज करके दो दिन की रिमांड पर लिया है।
CIA-3 प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने बताया कि उन्हें रामलाल चौक पर दो युवकों द्वारा रेमडेसिविर इजेक्शन की कालाबाजारी करने की सूचना मिली थी। इसके बाद ड्रग कंट्रोलर विजय राजे को साथ लेकर पुलिस ने छापेमारी की। दोनों युवकों को एक काले बैग के साथ पकड़ा। बैग की तलाशी ली तो बैग में रेडमेसिविर के तीन इंजेक्शन मिले। इंजेक्शन के बिल व अन्य कागज मांगे तो वह नहीं दिखा सके। आरोपितो की पहचान बाबरपुर मंडी निवासी इमरान और मॉडल टाउन निवासी मनोज के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि इमरान लाल पैथ लैब का एरिया मैनेजर है। जबकि मनोज एक निजी अस्पताल का मेडिकल स्टोर संचालक है।
कोरोना काल में रेडमेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी चरम पर है। इजेक्शन का मार्केट प्राइज 5400 रुपए हैं। पकड़े गए आरोपी एक इजेक्शन को 20 हजार रुपए में बेचते थे। आरोपी अब तक 2.40 लाख में 12 इंजेक्शन बेच चुके हैं।