वायस ऑफ पानीपत (सोनम):- हरियाणा के अंबाला में बाढ़ आने के कारण रेलवे लाइनों को भी काफी नुकसान पहुंचा है, बारिश के कारण रेल मार्ग पर पेड़ और मलबा गिरा हुआ है, जिसके बाद इस रूट पर 16 जुलाई तक कोई ट्रेन नहीं चलेगी। उधर, अंबाला-न्यू सहारनपुर रूट पर घसीटपुर के पास रेलवे लाइन के नीचे से जमीन खिसक गई है। जिसके कारण मंगलवार को 30 से अधिक गाड़ियां रद्द हुई थी, तो 6 गाड़ियों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। रेलवे की ओर से आज भी ट्रेन संख्या-14504 कटरा-कालका, 22452 चंडीगढ़-मुंबई, 14508 फाजिल्का-दिल्ली , 04524 नंगल डैम-सहारनपुर, 12058 ऊना-हिमाचल-नई दिल्ली के अलावा 14505 (ASR-NLDM),14506 (NLDC-ASR), 12242 (ASR-CDDG),12411 (CDG-ASR) और 14629 (CDG-FZR) ट्रेनों को रद कि गई है,
अंबाला कैंट की टांगरी एरिया में आर्मी, नग्गल और मुलाना एरिया में NDRF और HDRF ने मोर्चा संभाला हुआ है, पुलिस प्रशासन की टीम भी दिन-रात रेस्क्यू में जुटी हुई है, अंबाला कैंट में बाढ़ के पानी में डूबने से महिला समेत 2 की मौत हुई है है। प्रशासन और समाजसेवी ट्रैक्टरों और बोट की मदद से लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचा रहे हैं। घग्गर, टांगरी और मारकंडा नदी के उफान और नरवाना ब्रांच और SYL टूटने से आसपास के गांवों में बाढ़ आई हुई है।
प्रशासन ने हाईवे से थोड़ा पानी उतरने के बाद दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे को खोल दिया है, लेकिन अंबाला-हिसार मार्ग अभी भी बंद पड़ा है। दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे खुलने से कनेक्टिविटी शुरू हुई है, जिसके बाद सड़कों पर फंसे लोगों को थोड़ी राहत मिली है। अंबाला के सद्दोपुर, इंडस्ट्रियल एरिया, धूल कूट और तेपला समेत कई बिजली दफ्तर जलमग्न हैं, जिसकी वजह से अभी तक बिजली सप्लाई नहीं की जा सकी। बिजली निगम के मुताबिक, पानी उतरने के बाद ही बिजली सप्लाई शुरू हो सकेगी। उधर, पेयजल को लेकर भी किल्लत शुरू हो गई है। बाढ़ में फंसे लोगों को पानी की बोतल देकर राहत पहुंचाई जा रही है। अंबाला सिटी के नग्गल एरिया, कैंट के टांगरी और मुलाना एरिया में हालात अभी भी चिंताजनक बने हुए हैं। उधर, शिक्षा विभाग ने 15 जुलाई तक स्कूलों की छुट्टी की हुई हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT