वायस ऑफ पानीपत (सोनम):- हरियाणा में फिलहाल बारिश की गतिविधियों को ब्रेक लग गया है.. 24 घंटे में पंचकूला में 2.5 एमएम और मंडकोला पलवल 5 एमएम में ही बारिश दर्ज हुई है.. एकाध स्थान पर हल्की बूंदाबांदी की छोड़ दें तो पूरा प्रदेश सूखा रहा। सोमवार को प्रदेश में सामान्य से 69% बारिश कम दर्ज की गई.. 1 जून से 7 अगस्त तक के बारिश को आंकड़े पर गौर करें तो अभी तक सामान्य से 40% बारिश ज्यादा हुई है हालांकि यह कुछ दिन पहले 58 प्रतिशत तक ज्यादा थी। हिसार, जींद व फतेहाबाद में तो सामान्य बारिश भी नहीं हुई है.. मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ की मानें तो दो दिन प्रदेश में छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल में एकाध स्थान पर 9 अगस्त तक कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है…

वर्तमान मानसून सीजन में हुई बारिश को देखें तो प्रदेश में 243 एमएम सामान्य बारिश के मुकाबले अब तक 340एमएम बारिश हो चुकी है.. यह सामान्य से 40 प्रतिशत ज्यादा है। सोमवार को 4.8एमएम सामान्य बारिश के मुकाबले केवल औसतन 1.5 एमएम बारिश हुई, जो कि सामान्य से 69 प्रतिशत कम रही.. हिसार में अभी तक सामान्य 180.4 एमएम के मुकाबले 118 एमएम बारिश हुई है जो कि 35 प्रतिशत कम है.. हिसार में सबसे कम बारिश हुई है। प्रदेश में कुरुक्षेत्र में सबसे ज्यादा 690.3एमएम बारिश हुई है, जो कि सामान्य से 193 प्रतिशत ज्यादा है..
हरियाणा में 3 जिलों हिसार, जींद, फतेहाबाद में बारिश का आंकड़ा अभी माइनस में है.. 1 जून से अभी तक हिसार में जहां 35 प्रतिशत बारिश कम हुई है, वहीं जींद में 18 प्रतिशत बारिश कम है.. यहां सामान्य बारिश 228.1एमएम के मुकाबले 187.6एमएम बारिश हुई है। इसी प्रकार फतेहाबाद में सामान्य बारिश 156.1 एमएम के मुकाबले 132.6 एमएम बारिश हुई है, जो कि 15 प्रतिशत कम है। रोहतक, भिवानी व पलवल में बारिश सामान्य के आसपास है..
हरियाणा में चालू मानसून सीजन में सबसे ज्यादा बारिश वाले 3 जिलों पर गौर करें तो ये कुरुक्षेत्र में 193%, पानीपत में 95% और सोनीपत में 88% ज्यादा बारिश के साथ प्रदेश में आगे हैं.. इसके अलावा 6 और जिलों फरीदाबाद, करनाल, यमुनानगर, नूंह, महेंद्रगढ़, पंचकूला में बारिश सामान्य से 50 प्रतिशत ज्यादा हुई है..
TEAM VOICE OF PANIPAT