वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- पानीपत टोल प्लाजा से किसान संगठनों से जुड़े किसान दिल्ली बार्डर के लिए रवाना हुए। इससे पहले सुबह आसपास के गांवों से लोग टोल प्लाजा पर पहुंचे। भारतीय किसान यूनियन के गुरनाम चढ़ूनी गुट ने दिल्ली जाने का ऐलान किया था। दिल्ली जाने के लिए पानीपत से ही किसान निकल रहे हैं। इन किसानों का कहना है कि वे दिल्ली बार्डर पर धरने पर बैठेंगे भी। कुछ समय वहां रहने के बाद लौटेंगे। इसी तरह बाद में दूसरे जिलों से किसान पहुंचेंगे।
गाड़ियों के आगे तिरंगा झंडा लगाया गया। इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन का भी झंडा लगाया गया। कई लोग खुली गाड़ियों में पहुंचे तो कई लोग बाइकों पर आए हैं। जत्थे को रवाना करने से पहले सभी के लिए लंगर का इंतजाम किया गया है। पहले खाना खिलाया गया, इसके बाद ही आगे भेजा जा रहा है। कई लोग अपनी कारों को सजाकर लाए… चढ़ूनी ग्रुप से जुड़े सभी लोग दिल्ली जाने के लिए रवाना हुए…दरअसल, इसके माध्यम से चढ़ूनी अपनी शक्ति भी दिखाना चाह रहे हैं। पिछले दिनों राकेश टिकैत ग्रुप हावी होता नजर आया था।
जीटी रोड पर चारों तरफ पुलिस तैनात रही….पुलिस एक दिन पहले रात को भी किसान संगठनों से बात की थी। चेतावनी दी है कि किसी भी तरह की अशांति न होने दें। कार्रवाई भी की जा सकती है। शहर में प्रवेश करने की किसी को अनुमति नहीं मिली। जिला पुलिस ने पहले ही किसानों से कह दिया था कि पानीपत शहर के बीच में अस्पताल पड़ते हैं।
कोरोना संक्रमण के समय अस्पताल जाने वाले लोगों को परेशानी हो सकती है। इससे पहले जब किसान दिल्ली की तरफ रवाना हुए थे, तब पानीपत में जाम लग गया था। ऐसे हालात दोबारा न आएं, इसलिए जीटी रोड पर पुल के ऊपर से ही निकलें।
TEAM VOICE OF PANIPAT