वायस ऑफ पानीपत(देवेंद्र शर्मा)- अछल्दा थाना क्षेत्र के गांव सलेमपुर के बाहर नीम के पेड़ पर रस्सी के सहारे फांसी के फंदे पर किसान का शव लटका देखकर ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। पुलिस ने गांव पहुंचकर छानबीन की तो सामने आया कि बैंक का नोटिस मिलने के बाद उसने फांसी लगाकर खुदकशी की है। उसने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत बैंक से पचास हजार रुपये का लोन लिया था, जिसपर छह सितंबर को नोटिस जारी हुआ था। घरवालों ने नोटिस मिलने के बाद किसान के मानसिक तनाव में होने की बात कही है।
अच्छलदा थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी 39 वर्षीय सुखराम भदौरिया ने वर्ष 2020 में सेंट्रल बैंक आफ इंडिया से करीब 50 हजार रुपये का लोन लिया था। स्वजन ने पुलिस को बताया कि लोन अदा न करने के कारण बैंक से दो दिन पहले छह सितंबर को नोटिस जारी किया गया था। नोटिस मिलने के बाद से सुखराम ज्यादा परेशान था। करीब तीन बीघा खेती के सहारे पूरा परिवार है। पुत्र योगेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि बैंक की अछल्दा शाखा से पिता ने किसान क्रेडिट योजना के तहत लोन लिया था। उन्होंने एक फाइनेंस कंपनी में रुपये जमा किए थे लेकिन वह नहीं मिल रहे थे। खेती और घर के लिए रुपयों की जरूरत थी तो पिता ने बैंक से लोन लिया था। बुधवार की सुबह घर से वह रोज की तरह खेतों की ओर गये थे। काफी देर तक घर न लौटने पर चिंता हुई, इस बीच ग्रामीणों ने गांव के बाहर खेत में नीम के पेड़ पर उनका शव फांसी के फंदे पर लटका होने की जानकारी दी।
ग्रामीणों की सूचना के आधार पर क्षेत्राधिकारी मुकेश प्रताप सिंह व थाना प्रभारी तारिक खान सहित फोरेंसिक टीम गांव पहुंची थी। थानाध्यक्ष तारिक खान ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। स्वजन का कहना है कि लोन न चुका पाने की वजह से यह कदम सुखराम ने उठाया। फिलहाल, पूरे मामले की जांच की जा रही है। वहीं, मृतक की पत्नी ललिता देवी सहित उसके बेटे योगेंद्र व पुत्री ज्योति का रो-रो कर हाल बेहाल है।
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