वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)
हरियाणा में सीआईडी को लेकर चल रहे विवाद के बीच गृह मंत्री अनिल विज ने बयान दिया है कि विभाग किसी के पास हो लेकिन जब तक मैं गृह मंत्री हूं रिपोर्टिंग मुझे ही रहेगी। यह बयान विज ने दिल्ली में मंगलवार को सुबह दिया है। जबकि सोमवार को उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी हुई। जिसके बाद सुबह अनिल विज अपने हलके के लिए निकल पड़े। दिल्ली से निकलने से पहले उन्होंने वहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सीआईडी चीफ मेरे बार-बार कहने के बावजूद वह है प्रदेश का इंटेलिजेंस इनपुट नहीं दे रहे थे। यह गंभीर मामला है। गृह मंत्री होने के नाते प्रदेश की जनता की सुरक्षा की जानकारी मेरी जिम्मेदारी है। ऐसे में खुफिया जानकारी मुझ तक पहुंचनी जरूरी है।
सीआईडी चीफ को हटाने को लेकर लिखे गए पत्र पर विज ने कहा कि देखिए अब क्या होता है। उन्होंने कहा कि मैंने कार्रवाई के आदेश दिए हैं क्योंकि यह बहुत बड़ी लापरवाही है। प्रदेश की जनता की जिंदगी का सवाल है कोई भी घटना हो जाए और मुझे इनपुट ही ना हो। उन्होंने कहा कि भले ही सीआईडी सीएम के पास हो जब तक मैं गृहमंत्री हूं यह इनपुट मुझे मिलनी चाहिए। सरकार में खींचतान को लेकिन उन्होंने साफ किया कि कोई खींचातानी नहीं है, मुख्यमंत्री ऑल इन ऑल होते हैं। जब चाहे किसी भी विभाग को ले सकते हैं और मंत्री को दे सकते हैं…
उधर दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि गृह मंत्री पुलिस महकमे के मंत्री हैं। सीएम के पास सभी शक्तियां हैं। ताऊ देवीलाल के समय में भी पावर का बंटवारा हुआ था। निरंतर सीआईडी की रिपोर्ट गृह मंत्री के पास जा रही है। उन्होंने यह बात स्वयं स्वीकार की है। किसी अधिकारी की हिम्मत नहीं है कि वह मिनिस्टर को रिपोर्टिंग न करे।
TEAM VOICE OF PANIPAT