वायस ऑफ पानीपत :- दिल्ली यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक कुलपति पीसी जोशी ने कहा है कि यूनिवर्सिटी की प्रवेश प्रक्रिया कक्षा 12 के रिजल्ट से जुड़ी है। कई बार यह देखा जाता है कि किसी कारणवश कुछ बोर्ड के परिणामों की घोषणा में विलंब हो जाता है तो डीयू अपनी प्रवेश प्रक्रिया को कुछ दिनों के लिए आगे बढ़ा देता है। यदि पिछले वर्षों को देखा जाए तो डीयू में स्टूडेंट्स को मेरिट के आधार पर दाखिले दिए जाते हैं। कुलपति ने दिल्ली विश्वविद्यालय में इस बार की प्रवेश प्रक्रिया को लेकर अहम जानकारियां दी ।
कुलपति ने कहा कि इस बार कोविड-19 महामारी के कारण भारत सरकार ने स्टूडेंट्स की सुरक्षा व उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखने का निर्णय लिया है। स्टूडेंट्स की सुरक्षा को देखते हुए इस वर्ष सीबीएसई सहित कई स्टेट बोर्ड्स की 12वीं परीक्षा आयोजित नहीं की जाएंगी। दिल्ली यूनिवर्सिटी सरकार के इस फैसले के साथ है, क्योंकि छात्र-छात्रों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने आगे कहा कि सीबीएसई हो या अन्य बोर्ड, स्टूडेंट्स के मार्क्स के आधार पर दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश दिए जाएंगे।
वीसी ने कहा कि जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तब केंद्रीय विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (CUCET 2021) का आयोजन किया जा सकता है। वीसी ने बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 15 जुलाई, 2021 के आसपास प्रारंभ होगी। पीसी जोशी ने सभी बोर्ड के स्टूडेंट्स को भरोसा दिया है कि दाखिले की प्रक्रिया के दौरान सभी को समान अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष शायद अधिकांश बोर्ड कोरोना वायरस महामारी के कारण परीक्षा आयोजित नहीं करेंगे और 15 जुलाई के आसपास हम दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू करने जा रहे हैं। मैं सभी छात्र-छात्राओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम देश के सभी बोर्ड के स्टूडेंट्स को एक समान मौका देंगे।
TEAM VOICE OF PANIPAT