वायस ऑफ पानीपत(देवेंद्र शर्मा)- हरियाणा के करनाल जिले के गांव छपरा जागीर में एक युवक ने अपने ही ताऊ की गला दबाकर हत्या कर दी। मृतक के बेटे ने चचेरे भाई को पशुओं का शिकंजा उनके खेतों के सामने लगाने से मना कर दिया था। इसी रंजिश में चचेरे भाई ने हमला कर दिया। ताऊ बीच-बचाव करने आए तो गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। सदर थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। गांव छपरा जागीर निवासी सतबीर सिंह ने बताया कि वे फूसगढ़ रोड पर मेडिकल स्टोर चलाता है और शादीशुदा है। वे दो भाई हैं। उनके पड़ोस में उनका चचेरा भाई सुरेन्द्र पुत्र कलीराम अपने परिवार के साथ रहता है। उनकी गली में पशुओं को टीका वगैरा लगाने के लिए एक लोहे का शिकंजा रखा हुआ था। रविवार को सुरेन्द्र उसके खेत के सामने शिकंजे को लगवाना चाहता था। लेकिन उसने रोक दिया।
सतबीर ने बताया कि जवाब में सुरेंद्र ने उसे देख लेने की धमकी दी। इसके बाद वे रोजाना की तरफ शाम को करीब 8 बजे अपनी दुकान से गली में आ गया। सामने से सुरेन्द्र, उसकी पत्नी पिंकी और बेटे शिवम व युवराज हाथों में लाठी डंडे लिए नजर आए। सभी ने मोटरसाईकिल से उतरते ही उस पर हमला कर दिया और वह साइड में जा गिरा। उसे पिटता देखकर गली में टहल रहे पिता रामकुमार छुड़ाने के लिए आए। लेकिन सुरेंद्र और उसके परिवार ने उन पर भी हमला कर दिया। पिंकी, युवराज व शिवम ने उसके पिता के हाथ पैर झकड़ लिए और सुरेन्द्र ने अपने हाथो से उनका गला दबा दिया। शोर सुनकर लाभ सिंह मेरा भतीजा हमें छुड़वाने के लिए आया। लेकिन सुरेन्द्र व उसके बच्चे उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।
सतबीर ने बताया कि आनन फानन में उन्होंने पिता रामकुमार को संभाला, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वे तुरन्त पिता को ट्रॉमा सेंटर करनाल ले आए, जहां डॉक्टर साहब ने उनको मृत घोषित कर दिया। सुरेन्द्र व उसके परिवार ने शिकंजा न लगाने की रंजिश रखते हुए योजना बनाकर उन्हें चोटें पहुंचाई और पिता की गला दबाकर हत्या कर दी। इंस्पेक्टर बलजीत सिंह ने बताया कि पुलिस को सरकारी अस्पताल की चौकी से सूचना मिली थी। मौके पर एक व्यक्ति को मृत पाया। मृतक के बेटे की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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