वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- कई बार कुछ ऐसे काम होते हैं जिनके लिए हमें अपनी कई सारी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोने की जरूरत पड़ती है, मसलन घर बनाना, गाड़ी खरीदना, पढ़ाई या फिर इस तरह की दूसरी जरूरतें। हम से अधिकतर लोग अपनी नौकरी के शुरुआती दिनों में लोन लेते हैं और फिर बाकी के वक्त में हम उस लोन को चुकाने के लिए अपने खर्चों को मैनेज करते हैं।
क्रेडिट ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक लगभग 60 मिलियन व्यक्तियों संगठित क्षेत्र का असुरक्षित लोन इंस्ट्रुमेंट इस्तेमाल करते हैं। यह लोन इंस्ट्रुमेंट क्रेडिट कार्ड, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन, पर्सनल लोन या आमतौर पर इन तीनों का संयोजन है। इन कार्ड फाइनेंस ने यह जानकारी उपलब्ध कराई है कि, “उसके लगभग 20 फीसद ग्राहक ऐसे हैं, जो कि पहली बार लोन लेते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि, एक बड़ा ग्राहक वर्ग ऐसा है जो कि, एक से अधिक बार लोन लेता है।
जानकारों का मानना है कि, लोन को मैनेज करना और खुद को कर्ज के जाल में फंसने से बचाना जरूरी है। आप कुछ बेहद ही आसान बातों को ध्यान में रखकर अपने लोन को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं। अपने लोन को मैनेज करने के लिए सबसे पहले आपको लोन चुकौती और बचत के तरीकों पर ध्यान देना काफी जरूरी है। इसके अलावा आपको अपने गैर जरूरी या आकष्मिक खर्चों को मैनेज करना भी बेहद जरूरी है। इसके अलावा लोन लेने वालों को समय समय पर अपने वित्तीय साधनों के हिसाब से बफर भी तैयार करके रखना चाहिए। इससे उन्हें आकष्मिक खर्चों को मैनेज करने में बेहद ही आसानी होती है।
इसके अलावा आपको यह जरूर देखना चाहिए कि आप अपनी किन जरूरतों के लिए लोन ले रहे हैं। मसलन अगर आपने होम लोन ले रखा है और अगर आप वाहन खरीदने के लिए लोन लेना चाह रहे हैं, तो आपको यह जरूर सोच लेना चाहिए कि क्या यह लोन लेना अभी बेहद जरूरी है या नहीं? कहने का तात्पर्य यह है कि, अगर आपका काम किसी जरूरत के बिना चल जा रहा है, तो उसे टालना ही उचित रहता है। यह आपको एक से अधिक लोन लेने से बचने में सहायता करता है।
TEAM VOICE OF PANIPAT