वायस ऑफ़ पानीपत (कुलवन्त सिंह) :-अंबाला छावनी से सटे करधान गांव में करीब 115 एकड़ शामलात जमीन घोटाले में फंसे अफसरों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने विजिलेंस के महानिदेशक को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने और इसकी फाइल लटकाने वाले विजिलेंस अफसरों के नाम पूछे हैं। फाइल दबाने वाले अफसरों के खिलाफ विज ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
करीब पांच साल तक इस मामले की जांच रिपोर्ट एक टेबल से दूसरी टेबल तक घूमती रही। जब इसमें डीसी रैंक के अधिकारी और तहसीलदार फंसते नजर आए तो फाइल को ही दबा दिया गया। विज ने इस मामले में कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, ताकि नियमों के मुताबिक जमीन वापस ली जा सके। विज के एक्शन के बाद भूमि घोटाले में धूल फांक रखी फाइलों में हलचल होगी।
![हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज की फाइल फोटो।](https://www.jagranimages.com/images/newimg/27102020/27_10_2020-anil-viz-hrii_20961555.jpg)
उल्लेखनीय है कि करधान गांव की शामलात जमीन का मामला जिले के कलेक्टर एवं डीसी के पास विचाराधीन था। इस बीच भू-माफियों ने करोड़ों रुपयों की जमीन रजिस्ट्रियां करवा दी। अंबाला छावनी तहसील से सेटिंग कर भूमि घोटाला किया गया। डीसी को फाइनल करना था कि शामलात जमीन का हिस्सेदारी की जानी है या नहीं। बावजूद आनन-फानन में रजिस्ट्रियां होने लगी थीं।एडीसी ने जांच में पाया सन् 2010 से लेकर 2014 तक जमीन की रजिस्ट्रियां की गई थीं। सन् 2011 से 2013 के बीच में कोई रजिस्ट्री नहीं हुई। 16 अगस्त, 2010 को पहली रजिस्ट्री रजिस्ट्री कराई थी। इसके अंत में 18 सितंबर, 2014 को रजिस्ट्री कराई। कुल 24 रजिस्ट्रियां की गई।
TEAM VOICE OF PANIPAT