वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- पानीपत नगर निगम में भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने के बाद अब इसकी जांच शुरू हो गई है। बता दें कि चार आउटसोर्स कर्मचारी व चार नियमित कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। चार दलालों के नाम भी सामने आए। इस मामले की जांच कमिश्नर आरके सिंह ने एसई रमेश शर्मा को सौंप दी थी। इसके बाद एसई भी छुट्टी पर चले गए। बीत दिन छुट्टी से लौटते ही एसई रमेश शर्मा ने सात कर्मचारियों को नोटिस भेज दिया। शुक्रवार तक सभी रिकार्ड की जानकारी देने को कहा गया है। बता दें कि पूरे मामले की जांच दो चरणों में की जाएगी। बिना कोई कमेटी बनाए ही एसई रमेश शर्मा खुद मामले की जांच कर रहे हैं। किसी अधिकारी को शामिल नहीं किया गया। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एसई ने ही फाइनल रिपोर्ट आगे भेजनी है। इसके साथ ही अगर जांच में कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
पहले चरण में सबसे पहले शुक्रवार को सात कर्मचारियों का रिकार्ड चेक किया जाएगा। इसमें देखा जाएगा कि अगर कोई काम तय समय पूरा नहीं हुआ और क्या आपत्ति लगाई गई। इसी तरह हर पहलू की बारीकी से जांच की जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में रिकार्ड की जांच पूरी होने के बाद तीन से चार माह की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जाएगी। इसमें अगर कोई व्यक्ति फाइल लेकर बार-बार आता मिला तो उसकी जांच कर संबंधित कर्मचारी से पूछताछ होगी। इसके साथ ही कुछ काम ऐसे हैं, जो आनलाइन ही हो जाते हैं। अगर कोई फाइल लिए नगर निगम पाया गया तो उस व्यक्ति की पहचान की जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सुमित आउटसोर्स, विकास आउटसोर्स, तुषार आउटसोर्स, विजेंद्र आउटसोर्स, अनिल नियमित कर्मचारी, रमेश नियमित कर्मचारी व दीपिका को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है।
जानकारी के दौरान चर्चा रही कि नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह का कर्मचारियों से तालमेल ठीक नहीं है। इसी वजह से अंदर की बातें बाहर आ रही हैं। इस वजह से कमिश्नर ने कर्मचारियों की क्लास तक ली। नगर निगम एसई रमेश शर्मा ने जागरण से बातचीत में कहा कि भ्रष्टाचार मामले में जांच शुरू कर दी गई है। इसमें अगर कोई कर्मचारी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी सात कर्मचारियों को नोटिस भेजा गया है।
TEAM VOICE OF PANIPAT