वायस ऑफ पानीपत :- हरियाणा फिर नंबर वन बन गया है। हरियाणा तेज तरक्की करने वाले राज्यों में पहले पायदान पर है। नीति आयोग ने भी इस पर मुहर लगाई है। हरियाणा में औद्योगिक निवेश और रोजगार सहित विभिन्न आर्थिक मोर्चों पर विपक्षी दल जहां प्रदेश सरकार पर हमलावर हैं, वहीं नीति आयोग की रिपोर्ट कुछ और ही बयां कर रही है। सतत विकास लक्ष्यों में सबसे तेज तरक्की के मामले में हरियाणा ने दस अंक हासिल किए हैं। यह पूरे देश में सबसे ज्यादा है।
यूं तो कोरोना काल में अर्थव्यवस्था और विकास के पहिये की रफ्तार पर विपरीत असर पड़ा है, इसके बावजूद हरियाणा में तरक्की का पहिया सबसे तेजी से घूमा। नीति आयोग की ओर से जारी सतत विकास के लक्ष्य की तीसरी रिपोर्ट में राज्यों की रैकिंग में केरल शीर्ष पर है जबकि हरियाणा 14वें स्थान पर है। हालांकि तरक्की के साथ मूलभूत सुविधाओं के मामले में हरियाणा सबसे आगे है।
घरों तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने से लेकर गैस कनेक्शन में प्रदेश अव्वल है। इसके साथ ही कृषि उत्पादकता के मामले में भी प्रदेश के आगे कोई राज्य नहीं टिक पा रहा है। विकास के पहिये को तेजी देने के साथ प्रदेश सरकार का हरियाली बढ़ाने पर भी पूरा फोकस है। नीति आयोग की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में प्रकृति, स्वास्थ्य, शिक्षा, लिंग, आर्थिक विकास, संस्थानों, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण सहित निर्धारित लक्ष्यों की प्रगति का आकलन किया गया है।
1 – इंटरनेट घनत्व और मोबाइल टेली-घनत्व : 100 फीसद। यानी प्रदेश का कोई इलाका ऐसा नहीं है जहां इंटरनेट या मोबाइल नेटवर्क न हो।
2 -सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट : 39 फीसद।
3 – शहरी क्षेत्र में जल निकासी सुविधा : 97.04 फीसद।
4 – खतरनाक अपशिष्ट का पुनर्चक्रण/उपयोग : 95 फीसद।
5 – घरों तक स्वच्छ जल की पहुंच : 97.57 फीसद।
6 – सड़क कनेक्टिविटी : 100 फीसद।
7 – घरों में गैस कनेक्शन : 100 फीसद।
वही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा की हम सबका-साथ सबका विकास की रणनीति पर काम कर रहे हैं। नीति आयोग की रिपोर्ट तस्दीक करती है कि हमारे प्रयास सही दिशा में जा रहे हैं। तरक्की के मामले में हरियाणा सभी राज्यों में सबसे आगे है। प्रदेश में सौ फीसद रोड कनेक्टिविटी है तो गैस कनेक्शन की पहुंच भी हर घर तक है। 98 फीसद घरों में नलाें से पानी पहुंचाने का काम कर चुके। शेष घरों में भी निर्धारित समय से पहले ही नल कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT