वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- लघु सचिवालय में डीसी धर्मेंद्र सिंह ने अधिकारियों की मीटिंग ली। डीसी ने गांव में कोरोना के बढ़ते प्रभावों को लेकर सभी बीडीपीओज और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव में आशा-वर्कर के माध्यम से जांच करवाई जाएगी। डोर टू डोर किसी घर में बुखार, खांसी, ज़ुकाम इत्यादि मरीजों का आंकड़ा लिया जाएगा।
इसके लिए उन्होंने कहा कि सभी बीडीपीओज पंचायतों से इस बारे में संपर्क कर इसकी योजना तैयार करें। आशा-वर्कर यह सुनिश्चित करेंगी कि घर में जो कोई भी व्यक्ति बुखार, खांसी इत्यादि से संक्रमित है। उसका पूरा डाटा तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवाएंगी। इस मौके पर एसडीएम समालखा विजेंद्र हुडडा, एचसीएस सुशील कुमार, डीएसपी सतीश वत्स, सीएमओ डॉ. जितेंद्र कादियान मौजूद रहे।
डीसी ने कहा कि गांव में एक ही स्थान पर बैठकर लोग हुक्का इत्यादि पीते है और ताश खेलते हैं तो इसके लिए लोगों को जागरूक करें। उन्हें इसके लिए मना करें ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। गांव में कोरोना से पार पाने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा। गांव में युवाओं के माध्यम से छोटी-छोटी टीमें गठित कर और घर-घर जाकर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया जाएगा।
डीसी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि गांव में जितने भी धार्मिक स्थान, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों के माध्यम से भी जागरूकता फैलाई जाए और मुनादी भी करवाई जाए। उन्होंने कहा कि धर्म स्थलों पर लगे लाउड-स्पीकर जागरूकता फैलाने के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हो सकते हैं। उन्होंने सभी धर्म गुरुओं से अपील की कि वे अपने स्तर पर भी कोरोना के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित करते रहें। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा ठिकरी पहरे लगाने के आदेश पूर्व में ही जारी किए जा चुके हैं।
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