वायस आफॅ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):हायर एजुकेशन तक बच्चों का एनरोलमेंट 50 फीसदी तक ले जाने के लिए अब शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अपनी कसरत शुरू कर दी है। इसे लेकर शिक्षक दसवीं पास करने वाले तीन लाख बच्चों के घरों पर दस्तक देंगे। शिक्षा विभाग ने तय किया है कि हरियाणा बोर्ड और सीबीएसई से दसवीं पास करने वाले इन तीन लाख विद्यार्थियों को 11वीं में दाखिला जरूर दिलाना है। इसलिए उनके अभिभावकों से मुलाकात कर बच्चों को 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए प्रेरित किया जाएगा।
शिक्षा विभाग भी यह मानता है कि खासकर 10वीं पास होने के बाद माता-पिता बेटियों को आगे नहीं पढ़ाते हैं। इसलिए घर-घर दस्तक देनी होगी। महकमे के निदेशक ने इसके लिए बाकायदा एक आदेश जारी किया है, जो सभी जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, खंड शिक्षा अधिकारी और स्कूलों के मुखियाओं को भेजा गया है। दाखिले के लिए 31 अगस्त तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। हर गांव और वार्ड को ड्राप आउट मुक्त घोषित करने की कोशिश है।
निदेशक ने आदेशों में कहा गया है कि ड्राप आउट को रोकने के लिए सभी अधिकारी अपने क्षेत्र के स्कूल मुखियाओं के साथ बैठ कर संयुक्त योजना तैयार करें। बता दें कि अभी हायर एजुकेशन लेने वाले 23 फीसदी बच्चे हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इसे 50 फीसदी तक ले जाना तय किया गया है।अभिभावकों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। हरियाणा में हर पांच किलोमीटर के दायरे में 12वीं तक का स्कूल है। बीपीएल श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए निशुल्क पाठ्य पुस्तकें हैं तो उन्होंने छात्रवृत्ति भी दी जाती है। इसके लिए पंचायतों की मदद भी ली जाएगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT