वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। वहीं इसके साथ ही तीसरी लहर की चेतावनी भी मिल रही है। लेकिन तीसरी लहर से पहले सरकार इससे निपटने की तैयारी में लग गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों से कहा है कि अभी की परिस्थिति में लाखों मरीजों के इलाज पर जहां पूरी तरह फोकस रखना है वहीं यह भी सुनिश्चित करना है कि टीकाकरण की रफ्तार भी किसी सूरत में कम नहीं हो। पीएम मोदी ने यह बात गुरुवार को कोविड और टीकाकरण की मौजूदा हालात की समीक्षा मीटिंग में पीएम मोदी को उन राज्यों के बारे में जानकारी दी गई, जहां 1 लाख से अधिक मामले हैं। इन राज्यों के सबसे प्रभावित जिलों की भी जानकारी दी गई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों को ऐसे जिलों की पहचान करने के लिए एक अडवाइजरी भेजी गई थी, जहां संक्रमण के मामलों की संख्या 10 प्रतिशत या अधिक हैं और ऑक्सिजन युक्त या आईसीयू बेड 60 प्रतिशत से अधिक भरे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने अगले कुछ महीनों में टीकों का उत्पादन बढ़ाने के लिए टीकाकरण और रोडमैप की प्रगति का जायजा लिया। पीएम को बताया गया कि राज्यों को लगभग 17.7 करोड़ टीके की आपूर्ति की जा चुकी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्यों को संवेदनशील बनाने की जरूरत है, जिससे टीकाकरण की गति धीमी न हो।
उन्होंने कहा कि तमाम राज्यों में लॉकडाउन के बावजूद टीकाकरण में किसी तरह की सुस्ती नहीं हो टीकाकरण में शामिल स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरे कामों में नहीं लगाना चाहिए। मीटिंग में राजनाथ सिंह, अमित शाह, निर्मला सीतारमण, डॉ. हर्षवर्धन, पीयूष गोयल, मनसुख मांडविया सहित कई मंत्री और सीनियर अधिकारी उपस्थित थे। वहीं पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों से अपने-अपने इलाके से लगातार संपर्क में रहकर लगातार फीडबैक देने को कहा है। पीएम मोदी ने मंत्रियों को सही फीडबैक देने को कहा है। पीएम मोदी ने मंत्रियों को सही फीडबैक देने को कहा है ताकि चीजें तुरंत ठीक की जा सके।
कोविड के दूसरे लहर के कमजोर होने के बाद पीएम मोदी कुछ कड़े फैसले भी ले सकते हैं। साथ ही तीसरे लहर की आशंका को देखते हुए पीएमओ ने आगे की तैयारी के लिए अभी से हर हफ्ते समीक्षा मीटिंग करने को कहा है।
TEAM VOICE OF PANIPAT