वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- हरियाणा में कार्यरत महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सरकार उनके उत्पाद बेचने का बड़ा प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगी। प्रदेश सरकार महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों की ब्रांडिंग कराने के साथ-साथ उन्हें सीधे तौर पर राज्य सरकार की योजनाओं से भी जोड़ेगी। प्रदेश सरकार जिला सचिवालयों में महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए जिला सचिवालयों में दुकानें खोलने पर भी विचार कर रही है। ‘हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ के तहत प्रदेश के 142 खंड में 46 हजार 163 ‘स्वयं सहायता समूह’ कार्यरत हैं, जिनमें चार लाख 91 हजार 120 परिवार जुड़े हुए हैं।
हरियाणा सरकार ने महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों को आनलाइन बाजार उपलब्ध कराने की योजना तैयार की है। इसके लिए फ्लिपकार्ट और अमेजान से बात की जाएगी, ताकि आनलाइन खरीद करने वाले उपभोक्ताओं को हरियाणवी महिलाओं द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पाद उपलब्ध हो सकें। प्रदेश सरकार ने दो अक्टूबर तक करीब सौ हरहित स्टोर खोलने का लक्ष्य तैयार किया है। एक साल में करीब दो हजार तथा अगले तीन सालों में पांच हजार हरहित स्टोर खोलने की योजना है। इन हरहित स्टोर पर भी महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में गठित महिलाओं के ‘स्वयं सहायता समूहों’ को अपने काम शुरू करने के लिए 46.16 करोड़ रुपये के ऋण दिलाए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर नारी शक्ति से संवाद कार्यक्रम में हाल ही में 20 करोड़ रुपये का वित्तीय फंड जारी किया है। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में हरियाणा से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला जुड़े, जिनके पास ग्रामीण विकास मंत्रालय भी है।
‘हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’ द्वारा 35 हजार 310 ‘स्वयं सहायता समूहों’ को वित्तीय सहायता के रूप में 36.53 करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। 2,916 ग्राम संगठन व 130 कलस्टर लेवल फेडरेशन के माध्यम से 37 हजार 444 ‘स्वयं सहायता समूहों’ को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में 361.66 करोड़ रुपये की धनराशि महिलाओं को उपलब्ध करवाई गई है। हरियाणा सरकार ने महिलाओं के इन समूहों को 4.71 करोड़ रुपये के वाहन ऋण भी उपलब्ध कराए हैं, ताकि वे वाहन के जरिये अपने उत्पादों को बिक्री के लिए एक जगह से दूसरी जगह पर आसानी से ले जा सकें। हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के चेयरमैन राकेश दौलताबाद और प्रबंध निदेशक रोहित यादव के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरहित स्टोर पर स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को बिक्री के लिए रखने के निर्देश दिए हैं।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कहना है कि अब सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूहों को लोन फ्री व्हीकल दिलाने का निर्णय लिया है। गुरुग्राम में एक समूह ने अपने अत्पाद को एफएसएसएआइ से पंजीकृत कराकर मार्केट में बेचना शुरू कर दिया है। सोनीपत में महिलाएं गांवों से मक्खन एकत्र कर देसी घी तैयार करती हैं। रक्षा बंधन पर हरियाणा सरकार करीब सवा चार लाख समूहों को तोहफा देगी।
TEAM VOICE OF PANIPAT