वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- पानीपत नगर निगम में गुप्तचर विभाग ने दलाली पर्दाफाश किया कर दिया है। CID चीफ आलोक मित्तल ने नगर निगम कमिश्नर आरके सिंह को चिट्ठी भेजकर चार दलालों के नाम व एक आउटसोर्स कर्मचारी सुमित का नाम भेजा है। नगर निगम कमिश्नर को गुप्तचर विभाग ने भेजी इस चिट्ठी से अब दलालों में हंड़कंप मचना तय है। इसमें तीन दलाल पानीपत के और एक यमुनानगर का शामिल हैं। नगर निगम में आए दिन भ्रष्टाचार के आरोप लगते आए हैं। इस बार गुप्तचर विभाग के रडार पर पहले ही नगर निगम के कर्मचारी व बिना वजह नगर निगम आने वाले लोगों पर रही हैं।
बता दें कि गुप्तचर विभाग की यह चिट्ठी अधिकारियों के नामों का भी पर्दाफाश करेगी। अब कमिश्नर ने जांच करनी है और गुप्तचर विभाग की चिट्ठी पर कार्रवाई की रिपोर्ट सौंपनी है। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। सीआइडी चीफ आलोक मित्तल के पत्र में साफ लिखा गया है कि नगर निगम में तैनात सुमित लिपिक आउटसोर्स द्वारा नई प्रापर्टी आइडी बनाने की एवज में कार्यालय में कार्यरत अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से रिश्वत के तौर पर पैसे लिए जा रहे है।
यह कार्य उसके द्वारा विभिन्न दलालों के माध्यम से किया जाता है। कर्मचारियों द्वारा आवेदकों की फाइलों पर मौखिक तौर पर एतराज लगा कर आवेदक को परेशान किया जाता है। ताकि आवेदक परेशान होकर दलालों से काम करवाए। इसके बाद दलालों द्वारा इस कार्य को करवाने की एवज में आवेदक से 10 हजार से 12 हजार रुपये प्रति फाइल लिए जा जाते है। लिपिक सुमित के साथ कई कर्मचारी भ्रष्टाचार में शामिल हैं। इसमें नगर निगम कर्मचारी विकास लिपिक, अनिल कुमार लिपिक वार्ड नंबर एक से पांच, रमेश लिपिक वार्ड 14 से 18, विजेंद्र, प्रवीण वर्मा(सुमित का भाई) शामिल हैं। वहीं चिट्ठी में दलालों के नाम भी खुलासा किया गया है। इसमें बताया गया है कि दलाल धीरज चावला, शुभम कुमार , अशाीष बजाज व प्रशांत दीवान इन सभी पर सीआइडी चीफ ने कार्रवाई के लिए कमिश्नर को पत्र भेजा है।
TEAM VOICE OF PANIPAT