वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- भारत बंद का असर नजर आ रहा है। आज सुबह बस स्टैंड पर कोई सवारी नहीं पहुंची। जिससे बस नहीं चलाई जा सकी। भारत बंद के आह्वान को देखते हुए रोडवेज ने पहले ही लम्बे रूटों पर बस न भेजने का फैसला लिया था। रोडवेज़ जीएम गुलाब सिंह दूहन ने बताया कि सोमवार सुबह को बस स्टैंड पर सवारियां नहीं पहुंची हैं। सुरक्षा की दृष्टि से लंबे रूटों पर बसें ना भेजने का फैसला लिया गया है। क्योंकि इस दौरान कोई शरारती तत्व बसों को नुकसान पहुंचा सकता है। चालक परिचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर स्थानीय रूटों पर सवारियां मिलती है तो बसों को चलाया जाए। रास्ते में कहीं भी जाम लगा है, तो वहीं बसों को सुरक्षित जगह पर रोक दें। आगे जाने के लिए आंदोलनकारियों के साथ बहस ना करें। बसे ना चलने की वजह से रोडवेज को लाखों रुपए का नुकसान होगा।
तीन कृषि कानूनों के रद करने की मांग को लेकर किसान संगठनों ने भारत बंद के आह्वान के चलते जाम लगा दिया है। नेशनल हाईवे से लेकर रेल ट्रैक पर प्रदर्शनकारी बैठ गए हैं। हरियाणा के जीटी बेल्ट करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, यमुनानगर और अंबाला में प्रदर्शनकारी सोमवार सुबह छह बजे से ही सड़कों पर आ गए। ट्रैक्टर-ट्रालियों को बीच रास्ते में खड़ा दिया है।
करनाल के विभिन्न क्षेत्रों में भारत बंद का असर दिखना शुरू। जलमाना में नेशनल हाईवे 709 ए पर धरना देकर डटे आंदोलनकारी। दुकानदारों ने आंदोलनकारियों के समर्थन में स्वेच्छा से की दुकानें बंद। शहर में भी रेलवे रोड सहित विभिन्न मार्गों पर उतर कर बाजार बंद रखने का आह्वान कर रहे आंदोलनकारी। सब्जी मंडी में बंद का असर। सब्जियां लेकर बहुत कम किसान पहुंचे। फुटकर सब्जी विक्रेता शमशेर ने बताया कि ग्राहक भी कम है। जिससे सब्जियों के भाव कम हुए हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT