वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- हरियाणा सरकार ने लाकडाउन में कोरोना से निपटने की मजबूत तैयारियों के बीच पंचायत चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। प्रदेश में पंचायतों का कार्यकाल 24 फरवरी को पूरा हो चुका है। उसके बाद किसी भी समय पंचायत चुनाव कराए जा सकते थे, लेकिन विधानसभा के बजट सत्र और फिर कोरोना की दूसरी लहर ने पंचायत चुनाव को आगे खिसका दिया है। सरकार कोरोना की दूसरी लहर का असर खत्म होने के बाद किसी भी समय पंचायत चुनाव करा सकती है।
हरियाणा सरकार ने लाकडाउन के बीच सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए ग्रामीण चौकीदारों को कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) की सुविधा देने का ऐलान किया है। सरकार के इस फैसले से सात हजार से अधिक ग्रामीण चौकीदार लाभान्वित होंगे। ग्रामीण चौकीदारों को 12 प्रतिशत वार्षिक की दर से ईपीएफ का लाभ दिया जाएगा। इस फैसले से सरकारी खजाने सात करोड़ सात लाख रुपये अतिरिक्त खर्च होंगे।
प्रदेश में इस समय गांवों में 7017 पंजीकृत ग्रामीण चौकीदार हैं। गांव में तरह-तरह की मुनादी करने के अलावा गांव में होने वाली घटनाओं की सूरत में गवाही और शिनाख्त में चौकीदार की भूमिका अहम रहती है। गांव में होने वाली मौतों का रिकार्ड भी चौकीदारों द्वारा ही रखा जाता है। चौकीदार अपनी कई मांगों के लिए लंबे समय से जिद्दोजहद कर रहे थे। सरकार ने पहले कार्यकाल के दौरान ग्रामीण चौकीदारों को वर्दी तथा अन्य जरूरत का सामान दिया था। चौकीदारों को मिलने वाले भत्ते को भी नियमित किया गया था।
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