वायस ऑफ पानीपत(सोनम)- अभी तक पास के जरिए छात्र रोडवेज बसों में यात्रा कर सकते थे। मगर अब वह प्राइवेट बसों में भी छूट पर यात्रा कर सकेंगे। उन्हें पहले की ही तरह पास तो बनवाना होगा मगर जो सब्सीडाइज किराया तय होगा वह रोडवेज और प्राइवेट दोनों में देना होगा। इस सुविधा के लाभ के लिए उन्हें प्राइवेट बस में परिचालक को अपना विभाग द्वारा जारी किया कार्ड दिखाना होगा।
इससे पहले पास से यात्रा करने वाले खासकर विद्यार्थी प्राइवेट बसों में पास को दिखाते हुए खूब बहस करते थे। गौरतलब है कि यह नीति रोडवेज काे घाटे से उबारने के लिए साथ ही प्राइवेट आपरेटरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए बनाई जा रही है। इसके पीछे सरकार की मंशा है कि लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा मिले। हिसार में चार वर्ष बाद यह नीति बनाई जा रही है। इसमें लोग भी अपने सुझाव दे सकते हैं। प्रादेशिक परिवहन प्राधिकरण सचिव कार्यालय ने लोगों, ट्रांसपोर्ट्स और प्राइवेट बस आपरेटरों से भी रूट मांगे हैं। यह वह रूट हैं जहां कभी बस चली ही नहीं या बस कभी रुकती ही नहीं है। इन रूटों को भी इन सात श्रेणियों में शामिल किया जाएगा। इसके तहत प्राइवेट आपरेटरों ने बुधवार को अपने-अपने रूट दे दिए जहां वह गाड़ी चलाना चाहते हैं। इन सभी रूटों पर जितनी भी बसें व टैक्सी संचालित होनी उन्हें नियमों के साथ चलना होगा इसके साथ ही मानीटरिंग भी की जाएगी। इसमें टैक्सी फ्री सड़कें भी शामिल हैं।
इस स्कीम के तहत स्टेट हाइवे और नेशनल हाइवे की अलग-अलग स्पीड लिमिट को भी शामिल किया गया है। इसमें नेशनल हाइवे पर 45 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चला जाएगा तो स्टेट हाइवे पर 35 किलोमीटर प्रतिघंट की स्पीड लिमिट होगी। इस स्पीड लिमिट के हिसाब से पता चल जाएगा कि किसी स्थान पर पहुंचने में कितना समय बस या गाड़ी को लग रहा है। उसी से लोग पता लगा सकेंगे कि वह कितनी देर में अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT