वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- कोरोना का खतरा कम होने लगा तो ब्लैक फंगस पैर पसारने लगा है। सोमवार को चार आशंकित सहित 23 केस मिल चुके हैं। महाराजा अग्रसेन सिग्नस अस्पताल में आंखों की सर्जरी के उपरांत सोमवार को कलंदर चौक वासी 51 साल की महिला की मौत हो गई। महिला कोरोना पाजिटिव होने के साथ शुगर, संक्रमण, उच्च रक्तचाप सहित आठ बीमारियों से ग्रस्त थी।
कलंदर चौक के निवासी व्यक्ति ने बताया कि मेरी भाभी पेट की बीमारी से ग्रस्त थी। कालांतर में उनकी एंडोस्कोपी भी हुई थी। शुगर व रक्तचाप बढ़ा हुआ था। 20 मई को उनकी तबियत खराब हुई तो महाराजा अग्रसेन सिग्नस अस्पताल लेकर गए।वहां ब्लैक फंगस की आशंका जताई। अगले दिन उनकी एमआरआइ भी कराई तो ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। 22 मई को चिकित्सकों ने दोनों आंखों की सर्जरी की थी, 24 मई को मौत हो गई। कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार शव का अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि ब्लैक फंगस ग्रस्त मरीज की यह जिला में पहली मौत है। उधर, स्वास्थ्य विभाग ब्लैक फंगस के 23 केस, इनमें एक कंफर्म की पुष्टि कर रहा है।
अस्पताल के डॉ. परवेश मलिक ने बताया कि 20 मई को महिला को अस्पताल लाया गया था। उसी दिन एमआरआइ सहित कोविड टेस्ट कराया गया था। 23 मई को रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई। महिला आठ तरह की बीमारियों से ग्रस्त थी। ब्लैक फंगस की ग्रोथ इतनी तीव्र थी कि 24 घंटे में दोनों आंखों में फैल गई। महिला वेंटिलेटर पर थी, सर्जरी के अलावा विकल्प नहीं था। प्रयास के बावजूद मरीज को बचा नहीं सके। उधर सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कादियान ने बताया कि महाराजा अग्रसेन सिग्नेस अस्पताल से महिला की मौत की रिपोर्ट आई हुई है। अभी कई रिपोर्ट आनी बाकी हैं। मौत ब्लैक फंगस से हुई, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी।
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