वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- कोरोना महामारी के बाद अब तीसरा ओमिक्रोन वैरिएंट भी आ गया है। जहां कोरोना के मामलों में थोड़ी राहत मिली थी वहीं अब कोरोनो के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। जिससे लोगों को बचाने के लिये प्रशासन भी तरह तरह के प्रयास कर रही है। बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर ग्रेडेड रिस्पान्स एक्शन प्लान (ग्रेप) के लिए निर्धारित मानक के करीब पहुंच गई है। अब दिल्ली को ग्रेप के लिए तैयार रहना है, क्योंकि हालात इसी तरह लगातार बिगड़ते रहे तो दिल्ली में अगले कुछ दिनों में ग्रेप लागू हो सकता है। ग्रेप के लिए चार रंग के स्तर निर्धारित किए गए हैं।जिसमें चौथे स्तर के लागू होने पर दिल्ली में पूर्व रूप से लाकडाउन लग जाएगा।

आपको बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) जुलाई महीने में ही ग्रेप को लागू करने की मंजूरी दे चुका है। इसके तहत दिल्ली में कोरोना संक्रमण की वृद्धि के दौरान रंग कोविड प्रणाली काम करेगी। आपको ये भी बता दें कि अगर कोरोना संक्रमण दर और कोरोना के नए मामलों में वृद्धि होती है, तो सख्त नियम लागू होंगे। इस दौरान रंगों पर आधारित चार तरह के अलर्ट काम करेंगे, जिसमें लेवल-1 येलो, लेवल-2 अंबर, लेवल-3 आरेंज और लेवल-4 रेड होगा। अलर्ट के सभी चार स्तर में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें और प्रतिष्ठान खुल सकेंगे और आवश्यक सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहेंगी।

जानकारी के मुताबिक येलो, अंबर और आरेंज अलर्ट के दौरान दिल्ली सरकार और स्थानीय निकायों के दफ्तर खुले रहेंगे। लेकिन ग्रुप-ए अधिकारियों की 100 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी और बाकी सबकी 50 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी। लेकिन रेड अलर्ट जारी होने पर केवल आवश्यक गतिविधियों, अस्पताल और पुलिस आदि यह सब पूरी तरह से चालू रहेंगी। वहीं, येलो और अंबर अलर्ट के दौरान, जितने भी प्राइवेट आफिस हैं, वह 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक काम करेंगे। लेकिन आरेंज और रेड अलर्ट जारी होने पर केवल छूट की श्रेणी में आने वाले निजी दफ्तर ही खुलेंगे। सार्वजनिक पार्क और उद्यान केवल येलो अलर्ट तक खुल सकेंगे।
TEAM VOICE OF PANIPAT