वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पंजाब में सुरक्षा में हुई चूक से हरियाणा के भाजपा नेता और कार्यकर्ता गुस्से में हैं। प्रधानमंत्री की लंबी आयु की कामना करते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पंचकूला के माता मनसा देवी मंदिर में महामृत्युंजय जाप करते हुए हवन में पूर्णाहुति दी। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और मुख्यमंत्री मनोहर लाल कई मंत्रियों के साथ राजभवन पहुंचे।
भाजपा सरकार और संगठन के शिष्टमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए पंजाब की चन्नी सरकार को बर्खास्त करने की मांग राष्टपति से की। राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री को फिरोजपुर में होने वाली रैली में पहुंचना था। इससे पहले उन्हें हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के स्मारक पर शहीदों को नमन करना था। साथ ही अनेक प्रमुख विकास कार्यों की आधारशिला रखनी थी, लेकिन हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से 20 किलोमीटर पहले जब पीएम मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर पहुंचा तो वहां कुछ कांग्रेस के गुंडों द्वारा सड़क पर प्रदर्शन कर उन्हें रोक दिया गया।
प्रधानमंत्री का काफिला 20 मिनट तक पुल पर रुका रहा। पंजाब की कांग्रेस सरकार और पंजाब पुलिस की इस चूक से प्रधानमंत्री की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक की घटना एक प्रकार की साजिश थी, परंतु कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे। प्रधानमंत्री का गोपनीय रूट लीक किया गया तथा वहां लोगों को बुलाकर सड़क को जाम करवाया गया। कांग्रेस प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को विफल करने के लिए इतने निचले स्तर तक पहुंच गई थी कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ही खतरे में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार व जो भी इस साजिश में शामिल रहे हैं, उन सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। हरियाणा भाजपा राष्ट्रपति से पंजाब सरकार को बर्खास्त करने का अनुरोध करती है। बाक्स वीडियो कान्फ्रेसिंग में पंजाब के सीएम थे असहज मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि कार्यक्रम में सभी मुख्यमंत्री लाइव जुड़े हुए थे। मैं भी जुड़ा हुआ था। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी आनलाइन जुड़े हुए थे। वे असहज थे। बार-बार उठ रहे थे। कभी इधर जा रहे थे तो कभी उधर। वे परेशान दिखाई दे रहे थे। वे आंदोलनकारियों को सपोर्ट कर रहे थे या स्थिति नियंत्रित कर रहे थे, यह पता नहीं, परंतु वे असहज थे।
TEAM VOICE OF PANIPAT