वायस ऑफ पानीपत (शालू मौर्या):- पानीपत में किसी बीमारी के कारण डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए बोल दिया है तो उस पर होने वाले खर्च की चिंता करने की जरुरत नहीं होगी.. निजी अस्पतालों में जिस लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के लिए मरीजों को लाखों रुपये खर्च करने पड़ते थे.. अब नागरिक अस्पताल में यह निश्शुल्क होगी.. स्वास्थ विभाग की ओर से सुविधा को शुरू करने ले लिए किए जा रहे प्रयास सिरे चढ़ गए.. लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के लिए स्वास्थ्य विभाग को मंजूरी मिल गई है.. इससे नागरिक अस्पताल में रोज आने वाले 15 से 20 मरीजों को फायदा होगा.. इस सर्जरी को शुरू करने के लिए मुख्याय की और से मशीनें व जरुरी सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी.. 6 साल से इसके लिए प्रयास किए जा रहे थे..

सिविल सर्जन लगातार कर रहे थे पत्राचार:- लेप्रोस्कोपिक सर्जरी शुरू कराने का सिविल सर्जन कार्यालय की तरफ से लगातार मुख्यालय को पत्राचार किया जा रहा था.. इस मामले को लेकर औपचारिक मंजूरी मिल चुकी है.. इस संदर्भ में मुख्यालय को लिखे पत्र में जल्द मशीन उपलब्ध कराने को कहा था.. इस सुविधा को शुरू करने के लिए मुख्यालय की तरफ से भी हरी झंडी मिल चुकी है..
*अब तक मैनुअल होते है ऑपरेशन*
नागरिक अस्पताल में इस समय ऑपरेशन में मैनुअल ऑपरेशन होते है.. अस्पताल में रोज करीब 12 से 15 ऑपरेशन होते है.. मैनुअल ऑपरेशन होता है.. मैनुअल ऑपरेशन से मरीजों की रिकवरी देरी से होती है.. जिस कारण उन्हें छुट्टी भी देरी से मिलती है.. इस विधि से ऑपरेशन में भी समय लग जाता है..
*ये होंगे बड़े फायदे*
- नागरिक अस्पताल में यह सुविधा निश्शुल्क मिलेगी
- ऑपरेशन के दौरान चीरा कम लगता है..
- सर्जरी के दौरान ब्लड लोस कम होता है
- सामान्य आपरेशन की बजाय मरीज की रिकवरी जल्दी होती है..
*जल्द शुरू कराएंगे सर्जरी*
सिविल सर्जन डॉ. जयंत आहूजा ने बताया कि लेप्रोस्कापिक सर्जरी को मुख्यालय की ओर से हरी झंडी मिल चुकी है.. मशीनें मंगाने के लिए विभाग को लिखा है. जल्द सर्जरी शुरू कराएंगे.. सर्जरी में आपरेशन के दौरान चीरा भी छोटा होता है.. व ब्लड लोस भफी कम होता है.. सामान्य आपरेशन की तुलना में इसके कामयाब होने की संभावना ज्यादा होती है..
TEAM VOICE OF PANIPAT