वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा) :- कोरोना काल में हरियाणा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। कोरोना मरीजों के लिए संजीवनी परियोजना लॉन्च की गई है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से परियोजना की शुरुआत की। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे करनाल से शुरू किया गया है। योजना उन ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा देखभाल का विस्तार करेगी, जहां वायरस की दूसरी लहर के फैलने और इस बीमारी के इलाज के बारे में जागरूकता कम है।
प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस ‘संजीवनी योजना’ के जरिए कोविड-19 के हल्के से मध्यम लक्षणों वाले मरीजों की देखभाल उनके घर पर ही की जाएगी। इससे उन्हें इलाज के लिए घर से नहीं निकलना होगा और न ही अस्पताल जाना पड़ेगा। ऐसा होने इससे अस्पतालों पर दबाव भी कम होगा। सरकार का मानना है कि देखभाल करने से 90 प्रतिशत से अधिक रोगियों का घर पर ही इलाज किया जा सकता है।
संजीवनी योजना के फायदे
अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता, ऑक्सीजन की आपूर्ति, एंबुलेंस ट्रैकिंग और घर-घर जागरूकता अभियान जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों के प्रबंधन के लिए एक एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र प्रदान करेगी। परियोजना के तहत कोविड हॉटलाइन का संचालन होगा, जो संदिग्ध या क्लीनिक में इलाज किए गए कोविड-19 के रोगियों को बुनियादी प्रशिक्षण व मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए मौजूदा कॉल सेंटर की क्षमताओं को बढ़ाएगी।
मेडिकल इंटर्न के अलावा 200 मेडिकल फाइनल ईयर और प्री-फाइनल ईयर के छात्रों को जुटाकर उन्हें सलाहकारों और विशेषज्ञों से जोड़ कर चिकित्सा सलाह के दायरे का विस्तार करेगी। कोविड-19 के हल्के से मध्यम मरीजों को उपचार और निगरानी प्रदान करने के लिए टेलीमेडिसिन व आभासी स्वास्थ्य क्षमताओं को बढ़ाएगी। होम केयर किट का वितरण किया जाएगा, जिसमें एक मास्क, एक ऑक्सीमीटर, एक थर्मामीटर और बुनियादी दवाएं शामिल हैं। अतिरिक्त एंबुलेंस की खरीद और मोबाइल फार्मेसियों का विकास किया जाएगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT