वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- COVID-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई है। स्वास्थ्य विभाग जहां इससे बचने की तैयारियों में जुटा है, वहीं परिवहन विभाग ने बसों में फिर से सख्ती करने का खाका तैयार किया है। परिवहन विभाग की बसों में कोरोना प्रोटोकाल को सख्ती से लागू किया जाएगा।
आपको बता दें कि परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा ने इसके लिए विभाग के आला अधिकारियों को हिदायतें दी हैं। बसों के चालकों व परिचालकों को भी कोरोना प्रोटोकाल का अनुपालन करने के आदेश जारी किए जा रहे हैं। दो बार आ चुकी कोरोना लहर में हरियाणा के परिवहन विभाग को डेढ़ हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक की देखते हुए हरियाणा सरकार ने इससे बचाव की तैयारियां तेज कर दी।
हरियाणा सरकार रोडवेज की बसों को चरणबद्ध तरीके से सड़कों पर पहले ही उतार चुकी है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान बसों का संचालन बंद किया गया था। तब बसें बंद होने की वजह से अकेले परिवहन विभाग को 1800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वर्तमान में रोडवेज की 2800 बसों को सड़कों पर उतारा जा चुका है। अब कोरोना के नए वेरिएंट की आहट के बीच बसों में सवारियों को लेकर फिर से बंदिशें लगाई जा सकती हैं।
यात्रियों को एक सीट छोड़कर दूसरी पर बैठने को कहा जा रहा है। साथ बिना मास्क के यात्रा पर रोक लगा दी गई है। चंडीगढ़ व नई दिल्ली के अलावा हरियाणा के विभिन्न जिलों से परिवहन की बसें दूसरे राज्यों में जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 150, उत्तराखंड में 50, राजस्थान में 237, चंडीगढ़ में 350, पंजाब में 118, हिमाचल प्रदेश में 73, नई दिल्ली में 264 तथा जम्मू-कश्मीर में 18 बसों का संचालन हो रहा है। गुरुग्राम से वोल्वो की सात तथा चंडीगढ़ से नौ वोल्वो बसों को फिलहाल चलाया जा रहा है। सभी बसों में चालकों व परिचालकों को भी कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना होगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT