वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- हरियाणा में BJP के लिए लोकसभा की राह आसान नहीं नजर आ रही है.. भाजपा के प्रत्याशी लोगों के निशाने पर है.. जीटी रोड बेल्ट पर BJP का विरोध शुरू हो चुका है.. करनाल लोकसभा प्रत्याशी मनोहर लाल (Lok Sabha candidate Manohar Lal) को असंध के बिलौना, रत्तक, रकसाना और निसिंग के गांवों में किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा.. इससे पहले हरियाणा के सिरसा लोकसभा में BJP प्रत्याशी अशोक तंवर, रोहतक में अरविंद शर्मा, BJP नेता धर्मबीर सिंह का भी विरोध हो चुका है.. इतना ही नहीं दुष्यंत चौटाला को भी लोगों ने एक गांव में घुसने नहीं दिया था..
गांव गंगाटेहडी में बलजीत टूर्ण द्वारा आयोजित रोड शो की शुरूआत की.. यहां सभा को संबोधित करके मनोहर लाल सभा गांव बाहरी, थल, खेड़ी सर्फअली होते हुए बिलौना पहुंचे थे.. जहां भारी संख्या में मौजूद किसानों ने उनका विरोध किया। यहां बिना रूके ही मनोहर लाल राहड़ा की तरफ बढ़ गए.. उसके बाद गांव लालैन में सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश गोलन द्वारा मनोहर लाल का कार्यक्रम किया गया.. किसानों ने रत्तक गांव में मोर्चा लगा लिया.. मनोहर लाल को गांव में नहीं घुसने दिया.. यहां से वापस मुड़कर मनोहर लाल पंगाला होते हुए चौचड़ा पहुंचे.. इसके बाद रुकसाना में काले झंडे दिखाए.. बाद में काफिला इच्छनपुर व डाचर की ओर गया.. किसान अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं.. ओलावृष्टि का मुआवजा, दिल्ली कूच के दौरान लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले व खनौरी बॉर्डर पर गोली चलवाई.. शंभू बॉर्डर पर तीन युवकों को गिरफ्तार किया हुआ है.. किसानों की माने तो बीजेपी ने किसानों के साथ हमेशा गलत रवैया रखा.. किसानों की बातों को कभी नहीं सुना है.. हम सिर्फ बीजेपी नेताओं से सवाल करना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन ने आगे बढ़ने नहीं दिया और पूर्व सीएम आगे निकल गए.. जहां पर भी हमारे किसान यूनियन के लोग है, उन गांवों में सवाल किए जाएंगे.. अगर जवाब नहीं दिया गया तो काले झंडे दिखाए जाएंगे.. आज बिलौना, रत्तक, रकसाना और डाचर में विरोध किया गया है और आगे भी यह विरोध जारी रहेगा.. किसानों का कहना है कि 5 दिन पहले ही जींद में हरियाणा के किसान संगठनों की बैठक हुई थी.. जिसमें फैसला लिया गया था किBJP-JJP के प्रत्याशियों से सवाल किया जाएगा कि आखिर किसानों के साथ ज्यादतियां क्यों की गई और आज तक किसानों के नुकसान का मुआवजा क्यों नहीं दिया गया..
TEAM VOICE OF PANIPAT