वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- हरियाणा- पंजाब के बंद शंभू बॉर्डर को खोलने का मामला पंजाब- हरियाणा हाईकोर्ट(Punjab- Haryana High Court) पहुंच गया है.. प्रदेश के व्यापारियों ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और भारतीय चुनाव आयोग Election Commission of India) को इसकी शिकायत की है.. जिसमें व्यापारियों ने लिखा है कि 10 फरवरी 2024 से शंभू बॉर्डर बंद होने और अब शंभू के पास रेलवे ट्रैक बंद होने का असर अंबाला, पंचकूला, करनाल और आसपास के जिलों की प्रमुख बाजारों पर पड़ा है..खासकर इलेक्ट्रिकल डीलरों(Electrical Dealers), ज्वैलर्स(Jewellers), ट्रांसपोर्टरों( Transporters) और कपड़ा बाजार व्यवसाय को 70% तक नुकसान होने का व्यापारियों ने दावा किया है.. हरियाणा के प्रमुख जिलों के व्यापारियों ने संयुक्त रूप से मुख्य न्यायाधीश और ECI से मांग की है कि राज्य सरकार को सीमाएं खाली कराने के निर्देश जारी करें.. व्यापारियों ने बताया है कि अगले सप्ताह तक उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका भी वह दायर करेंगे..
*70% तक बिक्री में गिरावट*
इलेक्ट्रिकल डीलर्स एसोसिएशन (Electrical Dealers Association) के संरक्षक राकेश मक्कड़ ने दावा किया कि बॉर्डर बंद होने से करीब 70 प्रतिशत की गिरावट आई है.. अंबाला पंजाब का एक प्रमुख बाजार है, लेकिन बॉर्डर बंद होने के कारण करोड़ों रुपए का माल गोदामों में पड़ा हुआ है.. इससे व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है.. ग्राहक उत्पादों की जांच करना और फिर अपना ऑर्डर देना पसंद करते हैं.. हालांकि, मौजूदा हालात में खरीदार नहीं आ रहे हैं.. लंबे मार्गों से माल भेजने पर अधिक परिवहन शुल्क की मांग होती है.. सूत्रों के मुताबिक, व्यापारी एसोसिएशन (Traders Association) के सदस्यों का कहना है कि आंदोलन शुरू होने के बाद से उनकी बिक्री में भारी गिरावट आई है क्योंकि ज्यादातर ग्राहक पंजाब, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों से आते हैं.. बिक्री में भारी गिरावट के कारण शोरूम मालिकों को अपने कर्मचारियों को वेतन देना मुश्किल हो रहा है.. मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया जाना चाहिए, यदि जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया, तो व्यापारी और शोरूम मालिक अपना व्यवसाय बंद करने के लिए मजबूर हो जाएंगे और इसका असर हजारों परिवारों की आजीविका पर पड़ेगा..
TEAM VOICE OF PANIPAT