वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- सहायक पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ट ने विद्यार्थियों व स्कूल स्टाफ को जागरूक करते हुए बताया कि हर क्षेत्र में तकनीक बढी है तो साइबर अपराधि भी अपराध करने के नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे है। जैसे सीवीवी/ओटीपी, यूपीआई फिसिंग, रिक्वेस्ट मनी क्यूआर कोड, फर्जी कैशबेक ऑफर, लाटरी के नाम पर व ओएलएक्स इत्यादी के माध्यम से लोगों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। साइबर ठगी का शिकार होने से बचने के लिए जागरूकता ही एक विशेष उपाय है।
उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी ठगी करने के लिए बैंक के अधिकारी बनकर लोगों को फोन कर कहते हैं कि उनका डेबिट कार्ड ब्लाक हो गया है या केवाइसी अपडेट नहीं है या आधार बैंक खाते से जुड़ा नही है। फिर आधार को बैंक खाते से जोड़ने, केवाईसी अपडेट करवाने या डेबिट कार्ड शुरू करने के बहाने उनसे खाते से जुड़ी गोपनीय जानकारी लेकर खातों से राशि निकाल लेते हैं। जबकि किसी भी बैंक द्वारा कभी भी डेबिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर, ओटीपी की जानकारी नहीं ली जाती। व्हाट्सएप मैसेज, फोन या अन्य इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कभी भी किसी को डेबिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर, ओटीपी इत्यादि गोपनीय जानकारी सांझा न करें। इससे बचने के लिए जागरूक रहना होगा।
उन्होंने बच्चों को बताया कि फेसबुक पर प्रोफाइल बनाते समय अपनी पहचान कैसे गोपनीय रखी जाती है, किसी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट कभी भी असेप्ट नही करनी चाहिए, अपनी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपने फोटो व वीडियो डालने से परहेज करना चाहिए। इनका कोई गलत इस्तेमाल कर सकता है। फेसबुक, वॉटसअप या मेल पर आये किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें, इसके माध्यम से हैकर आपके फोन को हैक करके आपके बैंक खाते से आपकी सारी जमा पूंजी को उड़ा सकते है। किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ वीडियो कॉल आदि ना करें, वह व्यक्ति इसका गलत इस्तेमाल करके आपको ब्लैकमेल कर सकता है। ऑनलाइन शापिंग साइट्स पर शॉपिंग करते समय यह ध्यान रखें कि शॉपिंग साइट सुरक्षित व अधिकृत है।
ऑनलाइन शापिंग साइट्स पर सस्ता सामान मिलने के लालच में ना आयें, पहले वैरिफाई कर लें। किसी को भी अपने कार्ड नम्बर, सीवीवी व ओटीपी आदि किसो को नहीं बताने चाहिएं। किसी भी ऐपलिकेशन को डाउनलोड करने से पहले उसे अच्छी तरह से वैरिफाई कर लेना चाहिए। किसी भी सूरत में पासवर्ड सरल ना बनाएं। हमेशा एक मजबूत पासवर्ड होना चाहिए। अपने लैपटॉप व कम्प्यूटर को हमेशा पासवर्ड लगा कर रखना चाहिए। इस तरह की सावधानियां अपना कर हम सम्भावित साइबर अपराध होने से बच सकते हैं। साइबर फ्रॉड या साइबर अपराध होने की स्थिति में साइबर क्राइम राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 155260 या ऑनलाइन पोर्टल cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस दौरान स्कूल प्रबंधन समिति के सचिव नरेश गोयल, प्रिंसिपल मधुप पाराशर, कॉडिनेटर पंकज कुमार, शेफालिका शर्मा व स्कूल का स्टाफ मौजद रहा। प्रिंसिपल मधुप पाराशर ने इसके लिए पुलिस अधीक्षक SP शंशाक कुमार सावन व सहायक पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ट का विशेष रूप से आभार प्रकट किया।
TEAM VOICE OF PANIPAT