वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव से पहले मंत्रिपरिषद के 12 सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार कर लिया। इस क्रम में आज सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, डीवी सदानंद गौड़ा, थावरचंद गहलोत, संतोष कुमार गंगवार, बाबुल सुप्रियो, राव साहब दानवे, संजय दोत्रे , रतन लाल कटारिया, प्रताप चंद्र सारंगी और देबश्री चौधरी ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है।
मोदी सरकार में उर्वरक और रसायन मंत्री गौड़ा कर्नाटक से सांसद हैं। वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वहीं कर्नाटक के लिए नियुक्त किए गए राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने राज्यसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को सौंप दिया जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से सांसद व पर्यावरण मंत्रालय में राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘मुझसे इस्तीफा मांगा गया और मैंने दे दिया।’ उन्होंने प्रधानमंत्री को शुक्रिया कहा और लिखा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मुझे मंत्रिपरिषद में शामिल कर देश की सेवा का मौैका दिया।’
21 अप्रैल को पोखरियाल कोरोना संक्रमित हुए थे। जून में कोविड-19 से स्वस्थ होने के बाद दोबारा आई दिक्कतों के कारण एम्स में भर्ती किए गए। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2019 के मई में HRD मंत्रालय का पद संभाला था। वहीं देबश्री 2019 के आम चुनावों में पश्चिम बंगाल के रायगंज सीट से लोकसभा में चुनी गई थीं। श्रम मंत्री ने कहा कि सरकार में अब उनकी क्या भूमिका होगी इस बारे में नहीं पता है। मई 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद यह मंत्रिपरिषद में होने वाला पहला बदलाव होगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT