वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- झज्जर में महिला थाने में तैनात एक महिला एएसआई को सोनीपत की विजिलेंस टीम ने दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों काबू किया है। कोयलपुर गांव निवासी सीएससी सेंटर संचालक के हिसार की युवती के साथ सहमति संबंध थे। आरोप है कि युवती की शिकायत पर मामला दर्ज न करने के एवज में उसने 50 हजार रुपये रिश्वत मांगी। पीड़ित ने आरोप लगाया कि वह एएसआई को पहले भी तीस हजार रुपये रिश्वत दे चुका है। विजिलेंस टीम ने आरोपी महिला एसआई को काबू कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
विजिलेंस की टीम का कहना है कि मध्य रात्रि आरोपी महिला एसआई पूनम की मेडिकल जांच करवाने के बाद उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जाएगा। जहां से पीड़ित की तरफ से दिए गए 30 हजार रुपये व लिविन रिलेशनशिप का रिकॉर्ड बरामद करने के लिए पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी। कोयलपुर गांव निवासी सीएससी सेंटर संचालक राजबीर का कहना है कि फोन पर हिसार जिले की एक युवती के साथ बातचीत होने के बाद उसके सहमति संबंध हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने लिविन रिलेशनशिप के कागजात भी तैयार करवाए थे। एक मई को महिला पुलिस थाने से फोन आया था कि युवती ने उसके खिलाफ शिकायत दी है।
जिस पर पुलिस उसके खिलाफ दुष्कर्म आदि का मामला दर्ज करेगी। इस मामले को सुलझाने के लिए 50 हजार रुपये मांगे गए थे। उसके बाद उसने 30 हजार रुपये एएसआई को दे दिए थे। उसके बाद भी वह बाकी रुपये मांगती रही। इसी बीच उसने डीएसपी विजिलेंस सोनीपत को शिकायत कर दी। इस मामले में कार्रवाई करते हुए शुक्रवार की देर शाम दस हजार रुपये और देने के लिए कहा गया। विजिलेंस टीम ने दस हजार रुपये देकर राजबीर को महिला पुलिस थाने में भेजा। उसने रुपये देने के बाद जब विजिलेंस टीम को इशारा किया तो महिला एएसआई को रंगे हाथ दस हजार रुपये सहित काबू कर लिया। विजिलेंस टीम देर रात तक कार्रवाई में जुटी हुई थी। इस मामले के लिए उपायुक्त की तरफ से मातनहेल के तहसीलदार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था।
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