वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- अंतरराज्यीय हथियार तस्कर गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद पानीपत पुलिस अभी तक सरगना तक नहीं पहुंच सकी है। लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है। अंतरराज्यीय हथियार तस्कर गिरोह के सरगना मध्य प्रदेश के जिला धार के गंधवानी गांव के बच्चन सिंह उर्फ बच्ची यादव ने हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में गुर्गों को जाल फैला रखा है। इन प्रदेशों में 500 से ज्यादा अवैध हथियार गुर्गों के जरिये गैंगस्टरों के पास बिकवाकर 30 लाख रुपये से ज्यादा कमा चुका है। उसने हर प्रदेश में अल-अलग गुर्गें तैनात कर रखे थे। वह गुर्गों से कभी अपने फोन से बात नहीं करता था। इसके लिए फर्जी पतों पर फोन नंबर ले रखे थे।
क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी CIA-3 उसके चार गुर्गों को पकड़ा और 35 अवैध देसी पिस्तौल व 45 मैगजीन बरामद की हैं। पुलिस गुर्गे संतोष को आठ दिन की रिमांड पर लेकर बच्ची यादव की तलाश में मध्यप्रदेश और राजस्थान में घूमती रही। सरगना और अवैध हथियार खरीदने वाले गैंगस्टरों को काबू नहीं कर पाई है। पुलिस ने बच्ची यादव को पकड़ना चुनौती बना है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दिल्ली, सोनीपत, रोहतक व झज्जर के गैंगस्टरों ने अवैध हथियारों को बेचा गया है। गैंगस्टरों ने हथियारों का इस्तेमाल विरोधी गैंग के बदमाशों का कत्ल करवाने में किया है। सबसे ज्यादा हथियार सोनीपत में ही बेचे गए हैं। पुलिस का मानना है कि बच्ची यादव की गिरफ्तारी के बाद ही गैंगस्टरों का पता चल पाएगा। बलजीत नगर में किराये पर रहने वाला महफूज टैक्सी चलाता था। कोरोना काल में काम नहीं चला तो कार बेच दी और तस्कर बच्ची यादव से संपर्क साधकर अवैध हथियारों की तस्करी करने लगा। वह एक पिस्तौल 40 से 50 हजार रुपये में बेचता था। सीआइए-थ्री ने महफूज को काबू किया।
TEAM VOICE OF PANIPAT