वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- ओलिंपिक में भारत ने पहला मेडल जीत लिया है। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में महिला 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता है। चानू वेटलिफ्टिंग में ओलंपिक पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय बन गई हैं। इस जीत ने ओलिंपिक के वेटलिफ्टिंग में पदक के लिए भारत के 21 साल के लंबे इंतजार को खत्म कर दिया। चानू की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है।
टोक्यो ओलिंपिक में मीराबाई चानू जीत की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इससे भव्य खेल आयोजन की इससे सुखद शुरुआत नहीं हो सकती थी। मीराबाई चानू के शानदार प्रदर्शन से भारत उत्साहित है। वेटलिफ्टिंग में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है।
भारत ने टोक्यो ओलिंपिक में अपने मेडल का खाता सिल्वर के साथ खोला है। महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने भारत को 49 किग्रा महिला वेटलिफ्टिंग में यह पदक दिलाया। क्लीन एंड जर्क के अपने दूसरे प्रयास में मीराबाई ने कुल 115 किग्रा वजन उठाकर नया ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया। बता दें कि चानू से पहले 2000 सिडनी ओलिंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में भारत को कांस्य पदक दिलाया था। उन्होंने कुल 240 किलोग्राम भार उठाया। चानू ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) का भार उठाया। वहीं गोल्ड जीतने वाली चीन की होऊ झीहुई ने कुल 210 किग्रा (94 किग्रा + 116 किग्रा) का भार उठाया। इंडोनेशिया की आइशा विंडी केंटिका ने कुल 194 किग्रा (84 किग्रा + 110 किग्रा) उठाकर कांस्य पदक जीता।
चानू ने अपने पहले प्रयास में 84 किलोग्राम का भार उठाने का प्रयास किया। उन्होंने अपने अगले प्रयास में 87 किग्रा भार उठाया। इसके बाद तीसरे प्रयास में वो 89 किग्रा वजन उठाने आईं थी। अगर वो इस वजन को उठा लेती तो यह उनका पर्सनल बेस्ट होता। पिछले साल राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उन्होंने 88 किग्रा का वजन उठाया था। पर वो इसमें विफल रहीं। ऐसे में स्नैच राउंड में उनका सबसे ज्यादा भार 87 किलोग्राम दर्ज किया गया।
TEAM VOICE OF PANIPAT