वायस ऑफ पानीपत (सोनम गुप्ता):- बिजली एवं जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार अब जेलों में बंद कैदियों की मानसिकता में बदलाव लाने के लिए प्रयास कर रही है ताकि उन पर लोगों का भरोसा बढ़े। इसके लिए जेल सुधारों की दिशा में अनूठी पहल करते हुए प्रदेश में 11 स्थानों पर जेलों की जमीन पर पैट्रोल पम्प खोलने का प्रस्ताव है और इसकी शुरूआत 31 मई को कुरुक्षेत्र में जेल फिलिंग स्टेशन खोलकर की जा रही है। यह जानकारी चौधरी रणजीत सिंह ने आज यहां अपने कार्यालय में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए दी।
एक प्रश्न के उत्तर में चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि इन जेल फिलिंग स्टेशनों के लिए पहले जेलर द्वारा कैदियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी और इसके साथ उनके कार्य व्यवहार के आधार पर डयूटी रोटेट की जाएगी। उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में जेल फिलिंग स्टेशन के कार्य प्रदर्शन के बाद 10 अन्य स्थानों पर जेल फिलिंग स्टेशन खोले जाएंगे जिनमें अम्बाला, यमुनानगर, करनाल, झज्जर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, भिवानी, जींद तथा हिसार में दो स्थान शामिल हैं। चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि योजना का उद्देश्य कैदियों को भी आम समाज का हिस्सा बनाना है। उन्होंने कहा कि जब लोग इन फिलिंग स्टेशनों पर तेल भरवाने आएंगे तो देखेंगे कि कैदी भी आम जनमानस की तरह कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अन्य कैदियों को भी संदेश देना है कि वे भी अपने व्यवहार में बदलाव लाएं।
प्रदेश में बिजली की उपलब्धतता के बारे पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि गर्मी के बावजूद 1 मई के बाद शहरी क्षेत्र में कोई कट नहीं लगा जबकि औद्योगिक क्षेत्र तकनीकी कारणों के चलते कुछ कट लगाने पड़ते हैं। अडानी ग्रुप से 500 मेगावॉट बिजली मिलनी आरम्भ हो गई है तथा इसके अलावा, 600 मेगावॉट अगले सप्ताह तक मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आज 26 मई तक सभी संसाधनों से 2050 मेगावॉट बिजली उपलब्ध है। इसके अलावा, कल 7168 मेगावॉट बिजली की मांग थी, जिसमें से 6246 मेगावॉट यानि 1499 लाख यूनिट की आपूर्ति की गई, जो गत वर्ष की तुलना में 10.38 प्रतिशत अधिक रही। नासिक में 3000 मेगावॉट प्लांट के बारे पूछे गए एक अन्य प्रश्न के उत्तर में बिजली मंत्री ने कहा कि नासिक की ईकाई को खरीदने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखा है।
बिजली मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि 2000 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली के प्रबन्ध में किये गए हैं, जिनमें से अडानी ग्रुप से 600 मेगावॉट, खेदड़ की दूसरी इकाई से 600 मेगावॉट 30 जून तक, मध्यम अवधि बिजली खरीद समझौते के तहत 19 जून तक छत्तीसगढ़ से 350 मेगावॉट व मध्य प्रदेश से 150 मेगावॉट तथा 300 मेगावॉट की बैंकिंग व्यवस्था शामिल है। चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र बढ़ते शहरीकरण व औद्योगिकीकरण के कारण बिजली की मांग बढ़ी है। आज के युग में मनुष्य भी आरामपरस्त जिंदगी जीने का आदी हो चुका है तो बिजली की मांग बढऩा तो स्वाभाविक है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में बिजली की कमी न रहे।
TEAM VOICE OF PANIPAT