वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- माॅडल टाउन के शांति नगर में लव मैरिज के करीब डेढ़ साल बाद ही पत्नी की गला घाेंटकर हत्या कर पति ने फंदा लगाकर जान दे दी। वारदात 20 जून की है, मंगलवार काे बदबू आने पर कमरा खाेला ताे पत्नी का शव बेड पर पड़ा था और पति चुनरी से फंदे पर लटका था। माैके से एक सुसाइड नाेट मिला। उसके अनुसार, महिला ने प्रेमजाल में फंसा उससे लव मैरिज की। बाद में पता चला कि वाे पहले से शादीशुदा है। उसके 21 साल का बेटा और 18 साल की बेटी है। वह पहले पति से बातचीत करती थी। पहले पति, मां व छाेटे भाई के साथ मिलकर उसे ब्लैकमेल करने लगी। इससे परेशान हाेकर युवक ने यह कदम उठाया। माॅडल टाउन थाना पुलिस ने दाेनाें शव सिविल अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाए हैं। बुधवार काे पाेस्टमार्टम हाेगा।
आसन कलां निवासी कृष्ण ने बताया कि उनका बेटा 27 वर्षीय मनाेज तंवर ठेकेदार के जरिए रिफाइनरी में सुपरवाइजर था। वहां साेनीपत की 38 वर्षीय रानी उर्फ आशा ठेके पर काम करती थी। दाेनाें वहीं मिले थे। तब आशा की मां से बात की ताे वाे भी राजी थी। 19 जनवरी 2020 काे करनाल के ब्राह्मण धर्मशाला में दाेनाें ने लव मैरिज कर ली। तब लड़की पक्ष की ओर से काेई भी शादी में शामिल नहीं था। बात में पता चला कि आशा के दाे बच्चे भी हैं।
कृष्ण ने बताया कि शादी के बाद आशा आसन कलां में रहने लगी। गांव में वह जींस और छाेटे कपड़े पहनती थी, जब बेटे ने समझाया ताे थर्मल चाैकी में शिकायत दे दी। शादी में मां शामिल नहीं हुई, लेकिन चाैकी में पहुंच गई थी। गांव में रहने से मना कर दिया। तब बेटे का घर बसाने के लिए वह तैयार हाे गए। दिसंबर 2020 से वे शांति नगर में ददलाना सीएचसी के ब्लाॅक इंस्पेक्टर बलराज के मकान में किराए पर रह रहे थे। शहर में प्लाॅट खरीदने के नाम पर बेटा रुपए लेकर जाता था, लेकिन प्लाॅट नहीं खरीदा। मंगलवार काे पुलिस ने घटना की जानकारी दी ताे माैके पर पहुंचे। दाे भाइयाें में मनाेज छाेटा था। पिता खेतीबाड़ी व बड़ा भाई सुनील मजदूरी करता हैं।
सुसाइड नाेट… जन्मदिन पर मिली थी आशा, वीडियाे बना करने लगी ब्लैकमेल
पुलिस काे कमरे से 3 पेज का सुसाइड नाेट मिला है। जिसमें मनाेज ने लिखा कि 30 जनवरी 2019 काे जन्मदिन के दिन आशा से समालखा हाेटल में मिला। तब आशा ने धाेखे से वीडियाे बना लिया। फिर मां, छाेटे भाई और युवक के साथ मिलकर ब्लैकमेल करने लगी। तब लव मैरिज कर ली। बाद में पता चला कि वह युवक उसका पहला पति है। सैलेरी आते ही रुपए ऐंठ लेते थे।
कहते थे कि गांव की जमीन बेचकर आशा के नाम पर शहर में प्लाॅट खरीदाे। साले ने बाइक खरीदी ताे उसकी किस्त भी भरी। आशा 3-3 दिन तक खाना नहीं देती और न ही कपड़े धाेती थी। वह पहले पति से बातचीत करती थी। राेकने की काेशिश की ताे कभी कपड़े फाड़ लेती थी ताे कभी किचन में जाकर चाकू उठा लेती थी। मुझे डराती थी।
वह लगातार 3 दिनाें से मेरा नंबर ब्लैकलिस्ट में डालकर पहले पति से बात कर रही थी। परेशान हाेकर 20 जून काे आशा की गला घाेंटकर हत्या कर रहा हूं और खुद फांसी लगाकर जान दे रहा हूं। अंत में लिखा- मम्मी- पिताजी साॅरी। ये गलत कदम उठा रहा हूं। ये तुम दाेनाें काे भी जेल भिजवा देते। पहले भी इन्हाेंने एक केस कर दिया था।
TEAM VOICE OF PANIPAT