वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- सोनीपत जिले में भारत बंद के दौरान रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान हादसे का शिकार होने से बच गए। किसान ट्रैक पर बैठे थे और अचानक मालगाड़ी आ गई। जिसे चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका। कोई भी ट्रेन न चले, इसके लिए किसानों ने रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। लेकिन इसी दौरान ट्रैक पर अचानक मालगाड़ी आ गई और उसे देखकर किसान ट्रैक के बीचों-बीच खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस कर्मियों ने उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन किसान नहीं माने। इस बीच ट्रेन के ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। किसानों ने ट्रेन रुकने के बाद उसके सामने खड़े होकर जमकर नारेबाजी की।
मालगाड़ी अंबाला की तरफ से आई थी। उसकी रफ्तार काफी तेज थी। किसान पहले ट्रैक पर बैठे थे। लेकिन ट्रेन के आने की आवाज सुनकर उसे रोकने के लिए ट्रैक के बीचों-बीच खड़े हो गए। GRP और RPF ने किसानों को ट्रैक से हटाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो नहीं हटे। श्रद्धानंद सोलंकी, हरिप्रकाश और ईश्वर सिंह राठी ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोनीपत का रेलवे ट्रैक जाम किया गया है। सरकार को तीन कृषि कानून वापस लेने चाहिए और जो बिजली बिल कानून लाया गया है, वह भी रद्द होना चाहिए। जब तक किसानों की बात को सरकार नहीं सुनेगी और कृषि कानून वापस नहीं होंगे, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
TEAM VOICE OF PANIPAT