वायस ऑफ पानीपत(देवेंद्र शर्मा)- ATM कार्ड की क्लोनिंग कर लोगों के बैंक खातों से करोड़ों रुपये हड़पने वाले गिरोह के सात लोगों को खन्ना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से दो कारें भी जब्त की गई हैं। पुलिस का दावा है कि यह गिरोह गोवा, केरल, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और दिल्ली में कई बैंकों के करीब छह करोड़ रुपये हड़प चुके हैं। गिरोह के मुख्य आरोपित ने एनआइटी से बीटेक कर रखी है जबकि उसका साथी बीकाम ग्रेजुएट है। दोनों ने मिलकर सात लोगों का गिरोह तैयार कर करोड़ों रुपये उड़ा लिए।
एसपी खन्ना मनप्रीत सिंह आधुनिक उपकरणों व तकनीक की मदद से एटीएम कार्ड का डाटा चोरी कर उसका क्लोन तैयार कर लेता है। इसके बाद यह शातिर लोगों के खाते से पैसे निकाल लेते हैं। डीएसपी राजन पर¨मदर सिंह की अगुआई में एक टीम गिरोह की तलाश में लगी थी। सीआइए स्टाफ खन्ना के इंचार्ज इंस्पेक्टर विनोद कुमार और एएसआइ अमरीक सिंह की अगुआई में पुलिस टीम मंडी गोबिंदगढ़ की ओर मौजूद थी। इस दौरान प्रीस्टाइन माल के पास एचआर 64 ए- 7443 नंबर की कार आई। यह लोग खन्ना से लुधियाना की ओर पड़ने वाले एटीएम से रुपये चोरी करने की फिराक में घूम रहे थे। कार में सवार गुलशन कुमार उर्फ सन्नी (निवासी 97/2, सेक्टर-41बी, बूटरेला, चंडीगढ़), रणबीर सिंह उर्फ मन्नू (निवासी 11 फेस, मोहाली), सचिन उर्फ चांदी (निवासी थाना घरौंदा, जिला करनाल, हरियाणा), हर सिंह (निवासी थाना पतरोज खान, जिला अल्मोड़ा, उत्तराखंड) को पुलिस ने नाकाबंदी कर काबू कर लिया। आरोपितों के पास से 41 एटीएम कार्ड, दो कार्ड रीडर स्वाइप मशीन बरामद की है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने एक अन्य कार से उनके तीन साथियों को भी गिरफ्तार किया है।
आरोपितों की पहचान मोहम्मद वाजीद (निवासी रानियाला खुर्द, थाना उटावर, जिला पलवल, हरियाणा), अब्बास (निवासी रिटेडा, थाना रोजका, जिला नूंह, हरियाणा) और अलताफ (निवासी खेडला, थाना नूंह, हरियाणा) के रूप में हुई। यह तीनों फिलहाल पलवल जिले के गांव गगोट में रहते थे। धोखाधड़ी व ठगी के इस गिरोह के दो मुख्य आरोपित अल्ताफ व वाजिद हैं। अल्ताफ एनआइटी से बीटेक कर चुका है। तकनीकी रूप से वह एटीएम के सभी उपकरणों और उसके प्रयोग के बारे में बारीकी से जानता है। वहीं, बैंक के कामकाज व खातों में लेनदेन से संबंधित जानकारी वाजिद हो बहुत है। वह बीकाम ग्रेजुएट है।
एसपी मनप्रीत सिंह ने बताया कि गांव गगोट के कई लोग एटीएम व बैंक फ्राड करते हैं। वाजिद, अल्ताफ और अब्बास फिलहाल उसी गांव में रह रहे थे। पकड़े गए आरोपितों के संबंध में पूरी जानकारी फिलहाल साझा नहीं कर सकते चूंकि इस केस की अभी जांच चल रही है। एसपी ने बताया कि पूछताछ में शातिरों ने माना है कि वह करीब छह करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। इनके पास एक उपकरण है। जब एटीएम से नोट निकलते हैं तो यह लोग उसे मशीन में फंसा देते हैं। इससे मशीन में नोट निकलने का रिकार्ड नहीं रहता है। कई जगह यह लोग एटीएम का स्विच बंद करके भी ठगी कर चुके थे।
TEAM VOICE OF PANIPAT