वायस ऑफ पानीपत (कुलवन्त सिंह)- पानीपत में चोरी की दो वारदातें सामने आई हैं। नौकर रुपयों के लालच में अपने मालिक का विश्वास तोड़ रहे हैं। नौकर तीन साल से जिस फैक्ट्री में काम कर रहे थे, वहीं पर चोरी कर ली। मालिक को चोरी का पता नहीं चल पाता, अगर फैक्ट्री में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होते। कैमरों ने चोरी करने वाले नौकरों की पोल खोल दी। इस तरह की चोरी की बढ़ती घटनाओं से संस्थानों के मालिक भी अचंभित हैं। कई आरोपित नौकरों के स्थाई पते नहीं हैं। इसलिए उनको पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बना है। वहीं पर संस्थानों के मालिकों का पुलिस आह्वान कर रही है कि नौकरों की पुलिस वेरीफिकेशन कराएं। ताकि वारदात के बाद आरोपितों को पकड़ जा सके।
देसराज कालोनी स्थित मां अंबे टेक्सटाइल में सूरज, मुकुल और गौरव तीन साल से काम करते थे। मालिक को उन पर पूरा भरोसा था। तीनों ने फैक्ट्री से 300 बैग और 20 कंबल चुरा लिए। चोरी के कंबल दुकानदार को बेच दिए। दुकानदार ने फैक्ट्री मालिक को सूचना दी। सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो तीनों की चोरी पकड़ गई।
हैन्नी इंटरप्राइजिज फैक्ट्री में दो साल से सुमित काम करता था और वहीं पर रहता था। सुमित मालिक से एक लाख रुपये एडवांस और 20 हजार रुपये का सामान चुरा लिया। इसके अलावा उसने फैक्ट्री कर्मचारी से 30 हजार रुपये चोरी कर लिए। फैक्ट्री मालिक ने चोरी करने के आरोपित नौकर की तलाश की, लेकिन सुराग नहीं मिला। कुरुक्षेत्र के माडल टाउन के हरविंद्र सिंह की शीशे की दुकान कर रखी है। दुकान पर राजेश और मनतोष कुमार काम करते हैं। मनतोष दुकान से एक्टिवा पर सामान लादकर ले गया। सनौली रोड पर सामान एक दुकान पर उतारकर वह एक्टिवा लेकर फरार हो गया। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।
TEAM VOICE OF PANIPAT