वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- कोरोना काल में बढ़े रेल के किराय अब पहले की तरह सामान्य हो जाएंगे। रेल यात्रा जल्द ही सस्ती हो जाएगी। इसके साथ ही रेल मंत्रालय यात्रियों को 53 प्रकार की रियायत संबंधी सुविधा फिर से लागू करने जा रहा है। आपको बता दें कि वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग, खिलाड़ी, मीडिया और सैनिक की वीरंगनाओं आदि को मिलने अगले महीने से सस्ती टिकट मिलने की उम्मीद है। ऐसे में यात्रियों का सफर सस्ता हो जाएगा। 25 से 75 प्रतिशत तक टिकट के बेसिक किराये में छूट दी जाती थी जो कोरोना काल की गाइडलाइंस के बाद बंद कर दी गई थी।
अब रेल मंत्रालय ट्रेनों से स्पेशल दर्जा हटाकर सुविधाओं को फिर से लागू करेगा। इतना ही नहीं लंबी दूरी की रेल टिकट भी अब यात्रियों को अनरिर्जव टिकटिंग सिस्टम से ही मिलने लगेगी। मौजूदा समय में चुनिंदा ट्रेनों की टिकट ही यूटीएस से मिलती हैं, जिस कारण यात्रियों पर किराए का बोझ अधिक पड़ता है। स्पेशल ट्रेन का दर्जा हटते ही किराये में भी कमी आ जाएगी।
बता दें कि कोरोना काल में रेल टिकट पर मिलने वाली रियायत पर रेलवे ने कैंची चला दी थी। पहले कंप्यूटर पर यात्री की उम्र फीड होते ही यात्री को अपने आप रियायती टिकट मिल जाती थी। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद रिजर्वेशन कार्यालय में साफ्टवेयर में रियायती टिकट पर पाबंदी लगा दी गई थी।
करीब पौने दो साल से यात्रियों को स्पेशल दर्जे की ट्रेनों में यात्रा करनी पड़ती थी। फिलहाल यात्रियों को मजबूरन कंप्यूटरीकृत आरक्षण टिकट खरीदकर यात्रा करनी पड़ती है। उत्तरप्रदेश, बिहार, बंगाल, उड़ीसा और अन्य राज्यों में सामान्य टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को भी महंगी टिकट खरीदनी पड़ रही है। जब यूटीएस से लंबी दूरी की टिकटें मिलने लगेंगी और स्पेशल ट्रेन का दर्जा हट जाएगा तो ऐसे यात्रियों को सामान्य डिब्बे में फिर से सस्ती यात्रा करने का अवसर मिल जाएगा। सूत्रों का कहना है कि 30 नवंबर के बाद यह सुविधा कभी भी शुरू की जा सकती है।
TEAM VOICE OF PANIPAT