वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- अपनी काबिलयत के दम पर आज बेटियां आसमान छू रही हैं। हरियाणा के करनाल से कल्पना चावला के बाद एक और बेटी ने उड़ान भरी है। इंद्री निवासी सुरभि का चयन भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में हुआ है। इस उपलब्धि पर उसके घर में जश्न का माहौल है। सुरभि ने अपनी मेहनत, लगन, माता पिता आदि के आशीर्वाद से सफलता हासिल की है। सुरभि के चयन के बाद उसके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। माता पिता भी अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे है।
बता दें कि इसरो में चयन होने की खुशी में शहरवासियों, रिश्तेदारों ने फूलमालाएं ड़ालकर व बुके देकर उसका स्वागत किया। सुरभि ने बताया कि उसने वाईएससी यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रानिक्स व कम्यूनिकेशन में बीटेक की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद गेट परीक्षा की तैयारी करती रही और कुछ समय बाद उसने टीसीएस कंपनी में नौकरी कर ली। फिर उसका चयन बीएसएनएल में जेई के पद पर हो गया लेकिन उनके मन में कुछ और बड़ा करने की तमन्ना थी।
सुरभि के अनुसार जब इसरो ने एक साथ 100 सैटेलाइट लांच किए थे तभी से उनके मन में इसरो के साथ काम करने की इच्छा जागी और उसकी मेहनत रंग भी लाई। इसरो की प्रतियोगिता परीक्षा में उनका परिणाम आल इंडिय़ा रैंक 8 आया और एक साइंटिस्ट के रूप में उनका चयन इसरो में हो गया। सुरभि ने इस उपलब्धि का पूरा श्रेय अपने माता-पिता को दिया और कहा कि उसके अभिभावकों ने उसे पूरी तरह सहयोग किया। उस पर पूरा भरोसा जताया जिसका परिणाम आज सभी के सामने हैं। उन्होंने युवा वर्ग को संदेश देते हुए कहा कि कड़ी मेहनत से हर लक्ष्य को पाया जा सकता है। खुद पर विश्वास रखे व निरंतर प्रयास करते रहे। सफलता जरूर मिलेगी।
पिता बलदेव राज व माता वीनू ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि उनको अपनी बेटी पर पूरा भरोसा था कि जिस तरह से उनकी बेटी कड़ी मेहनत व लगन के साथ पढ़ाई कर रही है, उसको एक दिन सफलता अवश्य मिलेगी। आज उसने यह साबित भी कर दिया है। उन्होंने बेटी की सफलता में अपने सतगुरुओं का आर्शिवाद भी बताया। निरंकारी मिशन के इंद्री संयोजक महा सिंह, संजय बजाज ने सुरभि को यह सफलता हासिल करने पर शुभकामनाएं दी।
TEAM VOICE OF PANIPAT