वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा)- हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो ने गुरुवार को अलग-अलग जगह छापेमारी कर 6 सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। रिश्वत लेने वालों में स्कूल प्राचार्य, अस्पताल का वार्ड ब्वॉय, बिजली निगम का लाइनमैन, एएलएम, एसडीएम का क्लर्क और HSIIDC का सीनियर मैनेजर शामिल हैं। साथ ही एक जांच में करनाल की मैसर्ज न्यू पावर निर्माण कंपनी को 2 वर्ष के लिए ब्लैकलिस्ट करने की सिफारिश की गई।
विजिलेंस ब्यूरो ने सितंबर महीने में सरकार के आदेश पर दो नई जांच शुरू की और पहले से चल रही दो इन्क्वायरी पूरी कर उनकी रिपोर्ट सरकार को भेजी। इनमें से एक जांच में करनाल की मैसर्ज न्यू पावर निर्माण कंपनी के ठेकेदार से 11 हजार 878 रुपए वसूलने के अलावा कंपनी को 2 वर्ष के लिए ब्लैकलिस्ट करने की सिफारिश की गई। विजिलेंस ब्यूरो ने गुरुवार को जिन 6 अधिकारियों और कर्मचारियों को 1500 रुपए से 15 हजार रुपए तक की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया, उन सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम,1988 के तहत मामले दर्ज किए गए।
नूंह जिले के तावडू एरिया के सुभाखेड़ी गांव के सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य रमेश कुमार को 1500 रुपए लेते पकड़ा। वहीं नारनौल एसडीएम कार्यालय में तैनात वाहन रजिस्ट्रेशन क्लर्क बलजीत को 2 हजार रुपए पकड़ा गया। कुरुक्षेत्र के सरकारी अस्पताल में आऊटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत तैनात वार्ड ब्वॉय पवन कुमार को 15 हजार रुपए लेते गिरफ्तार किया गया। वहीं अगली बात करें तो पलवल में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के लाइनमैन मेघश्याम व मुख्तयार को क्रमश एक हजार और 4 हजार रुपए लेते पकड़ा। विजिलेंस ब्यूरो ने कुरुक्षेत्र के शाहबाद-मारकंडा स्थित बिजली निगम के एएफएम जयपाल को 5 हजार रुपए लेते हुए पकड़ा। गुरुग्राम में एचएसआईआईडीसी मानेसर के वरिष्ठ प्रबंधक अभियांत्रिकी दलबीर सिंह को 10 हजार रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
TEAM VOICE OF PANIPAT