वायस ऑफ पानीपत (सोनम)- आयुर्वेद शब्द दो संस्कृत शब्दों आयुष जिसका मतलब है जीवन और वेद जिसका मतलब है विज्ञान से मिलकर बना है अर्थात् जीवन का विज्ञान। आयुर्वेदिक नुस्खे सेहत को दुरुस्त रखने का काम करते हैं। इसलिए इन्हें अपनाना चाहिए आपको। तो आइए जानते हैं किस तरह के नुस्खे एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए हैं जरूरी
सुबह की शुरुआत गर्म पानी के साथ करने से पेट अच्छी तरफ साफ हो जाता है और पेट अच्छी तरह साफ होने से कई परेशानियां दूर रहती हैं। दिन में एक बार काढ़े का सेवन करना भी बेहद फायदेमंद है। काली मिर्च, अदरक, तुलसी, अजवाइन युक्त काढ़ा सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं दूर करता है और इम्युनिटी भी बढ़ाता है। नाश्ते में तली-भुनी, मसालेदार चीज़ें खाना अवॉयड करें। इससे एसिडिटी हो सकती है। इसकी जगह फल, जूस, पोहा, स्प्राउट्स वगैरह को ब्रेकफास्ट में शामिल करें।
खाना खाने से कम से कम एक घंटा पहले गुनगुना पानी पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। लेकिन तुरंत पहले और तुरंत बाद पानी पीना कई मायनों में नुकसादायक होता है। दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन को अच्छा रखते हैं। पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए दही का सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है। खाना खाने के तुरंत बाद नहाने की है आदत तो इसे बदल लें क्योंकि खाना खाने के तुरंत बाद नहाने से पाचन का प्रोसेस स्लो हो जाता है जिससे पेट भारी-भारी लगता रहता है और गैस, एसिडिटी भी हो सकती है।
अंकुरित भोजन का भी रोजाना सेवन करना चाहिए इससे भी डाइजेशन सही रहता है। कब्ज, मोटापा, डायबिटीज़ जैसी कई परेशानियां पास भी नहीं फटकती। रात को भोजन जितना जल्दी कर लें उतना अच्छा। मतलब खाने और सोने के बीच कम से कम 2 घंटे का गैप होना चाहिए। सोने से पहले पैरों और पिंडलियों में नारियल या सरसों के तेल से 3-5 मिनट मालिश करें। इससे नींद अच्छी आएगी और तलवों पर मालिश से चेहरे पर भी रौनक आती है। सेहत के साथ अच्छी नींद के लिए गुनगुना दूध पीकर सोना चाहिए।
TEAM VOICE OF PANIPAT