वायस ऑफ पानीपत(कुलवन्त सिंह)- हरियाणा में भाजपा नेताओं को रोकने की कोशिश कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया गया है। करनाल में घरौंडा के पास बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस ने किसानों पर लाठियां भांजी। क्योंकि किसानों ने भाजपा नेताओं को रोकने की योजना बनाते हुए टोल की दो-दो क्रॉसिंग छोड़कर बाकी को बंद कर दिया था। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने, जिसके बाद ये हालात बने। लाठीचार्ज में कई किसानों के सिर फूटे और खून बहा। वहीं पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए किसान खेतों में भाग गए।
किसानों पर लाठीचार्ज से भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी भड़क गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि पुलिस ने करनाल में किसानों का प्रवेश बंद कर दिया। बसताड़ा टोल पर किसानों पर लाठीचार्ज करके उन्हें घायल कर दिया है, जो सरासर गलत है। मेरी किसानों से अपील है कि लाठीचार्ज के विरोध में वे जहां-जहां भी संभव हो सके सड़कों पर जाम लगा दो। आगे के आदेश तक जाम रखो। टोल पर भी जाम लगाया जाना चाहिए।
वहीं चढ़ूनी के आह्वान पर हिसार-दिल्ली हाईवे पर किसानों ने रामायण टोल जाम कर दिया। इससे हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस ने वाहनों को खरड़ व रामायण की तरफ डाइवर्ट करना शुरू किया है। करनाल में जींद चौक, बसताड़ा टोल, निसिंग व जलमाना गांव में जाम लगा दिया गया है। रोहतक में मकड़ौली टोल पर किसानों ने जाम लगाया। नरवाना में बदोवाल टोल प्लाजा भी किसानों ने जाम कर दिया है। जिले कैथल के NH-152 पर तितरम मोड़, कैथल से चीका मार्ग पर भागल गांव, पटियाला मार्ग पर हांसी-बुटाना नहर पर चीका में किसानों ने जाम लगाया। फ़तेहाबाद के ढाणी गोपाल चौक पर किसानों द्वारा रोड जाम किया गया। जींद-करनाल हाईवे भी जाम किया गया। अलेवा में किसानों ने जाम लगाया। भिवानी में कितलाना टोल पर किसानों ने जाम लगाया। सिरसा में किसानों ने रोड जाम करने शुरू किए।
करनाल के डीसी निशांत यादव ने बताया कि किसानों ने सुबह एक बार करनाल की तरफ बढ़ना चाहा था। उन्होंने कुछ देर के लिए नेशनल हाईवे को भी जाम कर दिया था। किसानों से बात करने के लिए डयूटी मजिस्ट्रेट व पुलिस के अधिकारी गए थे, क्योंकि लोगों को हाईवे जाम होने से परेशानी हो रही थी। किसानों को आराम से प्रदर्शन करना चाहिए था। जब किसान नहीं माने तो पुलिस के द्वारा हलका बल प्रयोग किया गया। इसमें कुछ पुलिसकर्मियों व किसानों को चोटें आईं। किसानों से अपील है कि वे आराम से बैठकर विरोध करें। हाईवे पर यातायात में बाधा डालने वालों को सहन नहीं किया जाएगा बता दें कि करनाल शहर में भाजपा की संगठनात्मक बैठक थी, लेकिन करनाल पुलिस और प्रशासन ने शहर में एंट्री के सभी प्वॉइंट बंद कर रखे हैं। इसलिए किसान शहर के अंदर नहीं घुस पाए। किसानों ने शहर में कूच करना चाहा, लेकिन पुलिस ने उन्हें घुसने ही नहीं करने दिया। इसके बाद किसानों ने नेताओं को वहीं पर रोकने की तैयार करते हुए टोल की दो-दो क्रॉसिंग छोड़कर बाकी को बंद कर दिया। कृषि कानून के विरोध में किसान लगातकार भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सुबह भी किसानों ने सताड़ा टोल प्लाजा पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का विरोध किया था। किसानों ने नारेबाजी करते हुए काले झंडे दिखाए। पुलिस ने हाईवे पर ही किसानों को रोका हुआ है। शहर में जगह-जगह नाकेबंदी की हुई है। 30 से ज्यादा जगहों पर नाके लगे हैं। जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है।
ढांड से आने वाले वाहनों को काछवा पुल पर शहर से डेढ़ किलोमीटर पहले ही रोका गया है। कैथल की बसों को वाया सीतामाई तरावड़ी होते हुए भेजा जा रहा है। चिड़ाव मोड़ से आगे तक असंध-कैथल बसों को आने दिया जा रहा है। बाइकों को भी अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। प्रेम प्लाजा में चल रही बैठक में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल का फूल-गुलदस्तों के साथ मेयर रेणुबाला गुप्ता ने स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। फिर वंदे मातरम के गान के साथ बैठक शुरू हुई। मीटिंग में सीएम , मंत्री कंवर पाल गुर्जर, मंत्री संदीप सिंह, मंत्री कमलेश ढांडा, प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, मंत्री मूल चंद शर्मा, मंत्री डॉ. बनवारी लाल, विधायक प्रवीन डागर, विधायक दीपक मंगला, विधायक सत्यप्रकाश, विधायक सुधीर तंवर, सांसद नायब सिंह सैनी, सांसद संजय भाटिया, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, प्रदेश महामंत्री वेदपाल एडवोकेट, प्रदेश महामंत्री पवन सैनी, विधायक घनश्याम अरोड़ा, विधायक लीला राम गुर्जर, विधायक रामकुमार कश्यप, विधायक हरविंदर कल्याण, विधायक प्रमोद विज, विधायक विनोद भ्याना, विधायक रणबीर गंगवा, विधायक दूडाराम बिश्नोई, विधायक लक्ष्मण नापा, पूर्व विधायक भगवान दास कबीरपंथी, मेयर रेणुबाला गुप्ता पहुंचे।
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