वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- महज ढाई महीने के एक मासूम के प्राइवेट पार्ट पर धागा बांध दिए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वारदात वैकल्पिक विवाद समाधान एडीआर सेंटर पर उस समय हुई जब मां बच्चे को एक केस के चलते वहां गई थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। करनाल शहर की एक कालोनी वासी महिला ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाते हुए बताया है कि उनका एक मामला ससुरालजनों के साथ विचाराधीन है, जिसके चलते मंगलवार को एडीआर सेंटर में पेश होना था। वह अपने ढाई माह के बच्चे को भी साथ ले गई जबकि उनके साथ अन्य स्वजन भी गए हुए थे। उनका बच्चा स्पेशल है, जिसके होंठ में परेशानी है। मामले के चलते ससुराल पक्ष से जेठ-जेठानी, ससुर,पति भी आए हुए थे। इसी दौरान जेठ-जेठानी ने उसे कहा कि वे बच्चे को खिलाना चाहते हैं। बच्चा उन्हें दे दें।
इस पर पहले उसने मना कर दिया फिर सभी कहने लगे तो बच्चा उन्हें दे दिया। वे दोनों करीब आधे घंटे बाद बच्चे को लेकर वापस आए तो वह बुरी तरह से रो रहा था। पहले उसने समझा कि वह भूख के चलते रो रहा है और घर लौटने के बाद उसने बच्चे का डाईपर खोला तो उसके प्राइवेट पार्ट पर धागा बंधा हुआ मिला, जिसे देख वह हैरान रह गई। आनन-फानन में उसने धागा काटा तो कुछ देर बाद बच्चा शांत हुआ। उन्होंने आरोप लगाए कि उसके जेठ-जेठानी ने बच्चे को जान से मारने की नीयत से ही उसके गुप्तांग पर धागा बांधा था।
पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सेक्टर 13 पुलिस चौकी के एसआई महाबीर सिंह का कहना है कि फिलहाल महिला की शिकायत पर दोनों आरोपितों के खिलाफ बच्चे के गुप्तांग के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
TEAM VOICE OF PANIPAT