वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा):- स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज का कहना है कि, प्रदेश में अधिसूचित रोग ब्लैक फंगस के उपचार हेतु इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि, लोगों के उपचार के लिए वैकल्पिक दवाई का इंतजाम किया जाएगा। इस बारे में सुझाव देने के लिए पीजीआई में वरिष्ठ डॉक्टरों की एक कमेटी बनाई गई है। विज ने कहा कि, ब्लैक फंगस के हरियाणा में अब तक 268 मरीज पाए गए हैं..
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, हमने केंद्र सरकार से दवाओं की मांग की है। केंद्र से हमने 12,000 शीशियां मांगी। हाल ही हमने बैठक में तय किया था कि, हम दवा का सीधा आयात भी करेंगे। इससे एक दिन पहले भी हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा था, “हमारी सरकार ब्लैक फंगस के लिए विदेशों से दवा इंपोर्ट करेगी। साथ ही केंद्र सरकार को भी एप्लीकेशन लिखी है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, हमने केंद्र सरकार से मांग की है कि केंद्र सरकार बाहर से जो दवा इम्पोर्ट कर रही है उसमें से भी हरियाणा को दवा मिले। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना की वैक्सीन की आपूर्ति पर भी बयान दिया। विज ने कहा कि, हरियाणा सरकार ग्लोबल टैंडर के तहत 1 करोड़ कोरोना की वैक्सीन इंपोर्ट करेगी, ताकि प्रदेश में वैक्सीन की कमी ना रहे। उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार से भी हमे रेग्यूलर वैकसीन मिल रही है जो लोगों को नियमित लगायी जा रही है। मालूम हो कि, ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत कई राज्यों में हैं।
अस्पतालों में इस दवा की आपूर्ति कम होने की शिकायतें मिल रही हैं। वहीं, केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का कहना है कि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय औषध विभाग एवं विदेश मंत्रालय के साथ एम्फोटेरिसिन-बी दवा के घरेलू उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। केंद्र सरकार का कहना है कि, इस दवा को वैश्विक उत्पादकों से आपूर्ति हासिल करके घरेलू उपलब्धता को पूरा करने के लिए प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं।
TEAM VOICE OF PANIPAT