वायस ऑफ़ पानीपत (कुलवन्त सिंह):- कोरोना के साथ-साथ अब जिले में डेंगू का डंक भी खतरा बन गया है। अब तक जिले में डेंगू के 149 सामने आ चुके हैं। 108 केस अक्टूबर महीने में आए हैं। डॉक्टरों के अनुसार डेंगू बुखार का कहर चरम पर है। इस सीजन में 500 आशंकित मरीजों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके हैं। अगस्त और सितंबर महीने में डेंगू के 41 कंफर्म केस आए थे।
स्वास्थ्य विभाग मरीजों के घर के आसपास 60 घरों में एंटी लारवा स्प्रे करवा रहा है। एक महीने में करीब एक लाख घरों में मच्छरों के लारवा की जांच की गई। जिन घरों में लारवा मिला उनको नोटिस दिए गए। घरों की छत हो या गमले, फ्रिज और ट्रे आदि को चेक किया जा रहा है।जिला मलेरिया अधिकारी डिप्टी सिविल सर्जन डॉ सुनील सलूजा ने बताया कि सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वह डेंगू के मरीजों का उन्हें आंकड़ा सौंपते रहें। मरीजों में डेंगू के खिलाफ जागरूक करने के भी निर्देश दिए हैं।जिले में डेंगू के आशंकित पॉजिटिव केस तो बढ़ ही रहे हैं, अधिकांश मरीज वायरल और टाइफाइड से ग्रस्त हैं। उधर कोरोना संक्रमितों की मौत की संख्या फिर से बढ़ने लगी है, महामारी काल में चिकित्सक लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं।
बचाव के तरीके सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। खिड़की दरवाजों में नेटिंग होनी चाहिए। घरों और आसपास पानी को एकत्रित न होने दें। अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इकट्ठा ना होने दें। पानी की टंकी ढक कर रखे।
TEAM VOICE OF PANIPAT