वायस ऑफ पानीपत (देवेंद्र शर्मा) :- CBSE और ICSE की 12वीं की परीक्षा रद्द करने की मांग पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने मामले की सुनवाई 3 जून तक के लिए टाल दी है. केंद्र की ओर से एटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने कहा है कि सरकार 2 दिन में अंतिम फैसला ले लेगी. इसलिए सुनवाई गुरुवार के लिए टाल दी जाए. इस दिन हम कोर्ट को आखिरी फैसले से अवगत कराएंगे.
इस पर कोर्ट ने कहा, आप निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं. आप समय लीजिए. लेकिन अगर पिछले साल से कुछ अलग निर्णय लें तो उसकी उचित वजह होनी चाहिए. एटॉर्नी जनरल ने कहा, पिछले साल लॉकडाउन से पहले कुछ पेपर हो चुके थे. तब परिस्थिति अलग थी.’ फिर जज ने कहा, हम अभी विस्तार में नहीं जाना चाहते. आप पहले इस साल के लिए निर्णय लीजिए.’
इससे पहले 28 मई को हुई सुनवाई में कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा था कि वह याचिका की कॉपी CBSE और ICSE के वकीलों को सौंपे ताकि वह जवाब दे सकें. याचिका में कहा गया है कि वर्तमान स्थिति परीक्षा के आयोजन के हिसाब से सही नहीं है. लेकिन अगर परीक्षा को टाला गया तो परिणाम देर से आएंगे. इसका असर छात्रों की आगे की पढ़ाई पर पड़ेगा. इसलिए, परीक्षा रद्द कर देनी चाहिए. छात्रों को अंक देने का कोई तरीका निकालना चाहिए. जिससे जल्द से जल्द रिजल्ट घोषित हो सके.
याचिका में की गई ये मांग
एडवोकेट ममता शर्मा की ओर से दायर याचिका में सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से निर्देश मांगा गया है. याचिका में बिना परीक्षा के सीधे आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर रिजल्ट घोषित करने के लिए योजना तैयार करने के निर्देश देने की भी मांग की गई है.
CBSE इस विकल्प पर कर रहा विचार
सीबीएसई समेत अन्य बोर्ड द्वारा कक्षा 12वीं की परीक्षा रद्द होने की स्थिति में विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. इसमें एक प्रस्ताव यह भी है कि सीबीएसई बोर्ड कक्षा 9, 10 और 11 के रिजल्ट के आधार पर 12वीं में छात्रों को नंबर दे सकता है. हालांकि, मिली जानकारी के अनुसार अधिकतर राज्यों ने अगस्त में प्रमुख विषयों के लिए छोटी अवधि की परीक्षाओं के बारे में सीबीएसई द्वारा प्रस्तावित विकल्प का समर्थन किया है.
TEAM VOICE OF PANIPAT